लखनऊ: राजधानी के जिस PUBG हत्याकांड को लखनऊ पुलिस ओपन एंड शट केस मानकर चल रही थी, वही केस अब पुलिस के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. पुसिल अपनी ही बनाई हुई कहानी में उलझती जा रही है. ऐसे में अब केस को सही ट्रैक पर लाने के लिए पुलिस ने मां की हत्या करने वाले आरोपी को 14 दिन की रिमांड पर लिया है. पुलिस ने चार्जशीट दाखिल करने के लिए भी किशोर न्याय बोर्ड से अतिरिक्त समय भी मांगा है.
ईटीवी भारत ने PUBG हत्याकांड को लेकर पुलिस की गढ़ी कहानी पर जो सवाल उठाए थे, उस पर अब पुलिस के आलाधिकारियों ने केस की जांच कर रहे पीजीआई थाने के पुलिसकर्मियों से रिपोर्ट तलब की है. वहीं, किशोर न्याय बोर्ड ने भी अभी तक की जांच रिपोर्ट मांगी तो जांचकर्ता ने चार्जशीट दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की.
बोर्ड को है आरोपी की उम्र पर संदेह
अपनी ही मां की गोली मारकर हत्या करने व उसके बाद 3 दिन तक उसके शव के साथ घर में रहने वाले बेटे की उम्र पर अब किशोर न्याय बोर्ड को आशंका होने लगी है. बोर्ड की आशंका का कारण आरोपी बेटे के इकबाल-ए-जुर्म करने और बाद में काउंसलिंग के दौरान दिए जाने वाले जवाब हैं. पुलिस के अनुसार, आरोपी की उम्र 17 साल 8 महीने है. बोर्ड को शक है कि किसी खास मकसद से पुलिस को जानबूझकर आरोपी की उम्र 18 साल से कम बताई गई है. उम्र की सच्चाई जानने के लिए बोर्ड ने आरोपी की उम्र से जुड़े सभी प्रमाण मांगे हैं. यही नहीं अगर प्रमाण पत्र में भी बोर्ड को संदेह हुआ तो आरोपी का मेडिकल कराकर असल उम्र का पता लगाया जा सकता है.
थ्योरी पर सवाल उठे तो बढ़ाया जांच का दायरा
पीजीआई पुलिस ने किशोर न्याय बोर्ड से साधना की हत्या करने वाले उसके बेटे की 14 दिन की रिमांड मांगी थी. बोर्ड ने 23 जून से 6 जुलाई तक पुलिस को आरोपी बेटे की रिमांड की मंजूरी दे दी है. पुलिस द्वारा आरोपी की रिमांड लेने के बाद ये साफ हो गया है कि किसी के भी गले से न उतरने वाली 7 जून को पुलिस द्वारा आनन-फानन में बनाई गई PUBG की कहानी में वो खुद फंस गई गई थी. ऐसे में अब आरोपी को रिमांड में लेकर पुलिस हत्या के असली मोटिव की तलाश में जुट गई है. साथ ही तलाश अब उस तीसरे व्यक्ति की भी तेज हो गई है, जिसने आरोपी बेटे को मां की हत्या करने के लिए उकसाया था.