लखनऊःनगर निगम, जल संस्थान और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लखनऊ के निशातगंज बादशाहनगर में पीने के पानी के नमूने लिए. यह कदम पानी की लगातार आ रही शिकायतों के बाद उठाया गया. जल निगम द्वारा लिए गए नमूने में पानी में क्लोरीन की मात्रा मानक के अनुरूप नहीं पाई गई है.
राजधानी लखनऊ के महानगर निशातगंज रहीम नगर इलाके में पीने के पानी में क्लोरीन की मात्रा नहीं होने की लगातार शिकायतें आ रही थीं. इसको ध्यान में रखते हुए जल निगम और नगर निगम की टीम ने सोमवार को कई इलाकों में पानी का सैंपल लिया. सैंपल लेने के बाद इसकी जांच की गई तो गड़बड़ी सामने आ गई. जांच टीम ने निशातगंज स्थित इंदिरा ब्रिज के पास करामत मार्केट में टोंटी से बहते पानी का नमूना लिया. इस पानी में जांच टीम को क्लोरीन नहीं मिली. इस कारण टीम ने नमूना फेल घोषित कर दिया.
बादशाहनगर का भी नमूना हुआ फेलजल निगम और नगर निगम की टीम बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के निकट पुरानी चुंगी पहुंची. यहां भी जांच टीम ने पीने के पानी का नमूना लिया. जांच में यह नमूना भी फेल हो गया. जांच टीम ने कुल 10 नमूने लिए. इनमें से 2 नमूने फेल हो गए.
क्लोरीन की कमी से होती है ये समस्याजल निगम नगर निगम ने सोमवार को पीने के पानी की गुणवत्ता को जांचने के लिए अभियान चलाया था. इस दौरान कई नमूने फेल भी हो गए. एक्सपर्ट का कहना है कि पानी में क्लोरीन की मिलावट जरूरी है. यदि क्लोरीन नहीं मिलाया जाता है तो यह पानी दूषित हो जाता है. दूषित पानी पीने से पाचन संबंधी बीमारियों के बढ़ने का खतरा है. गर्मी के मौसम में डायरिया और कालरा जैसी बीमारियां फैल सकती हैं.