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सरकारी नौकरी के नाम पर 1.62 करोड़ की ठगी

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Published : Dec 28, 2020, 11:42 AM IST

बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर 22 बेरोजगारों से जालसाजों ने 1.62 करोड़ रुपये ठग लिए. बेरोजगारों को विभाग द्वारा जारी किया गया फर्जी नियुक्ति पत्र भी पकड़ा दिया. हकीकत सामने आने पर पीड़ितों ने थाने में जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

23 के खिलाफ मुकदमा जर्ज
23 के खिलाफ मुकदमा जर्ज

लखनऊ: राजधानी में बेरोजगार लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर एक करोड़ 62 लाख रुपये की ठगी की गई. मड़ियाव थाने में कुल 22 लोगों ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई है. बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग में नौकरी दिलाने के लिए जालसाजों ने बेरोजगार युवकों से पैसे लिए और फिर उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया.

नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी
मड़ियाव थाना क्षेत्र के सिमरा गौढ़ में मीनाक्षी मिश्रा का एक ब्यूटी पार्लर था, लेकिन कंचन नाम की महिला से मुलाकात और लालच के बाद ब्यूटी पार्लर को बंद करके उसमें एक कार्यालय खोल दिया गया. इस कार्यालय से बाल विकास पुष्टाहार विभाग में सरकारी नौकरी दिलाने का खेल शुरू हुआ. मीनाक्षी देवी ने घनश्याम श्रीवास्तव को 7 लाख रुपये दिये. वहीं अन्य लोगों को भी सरकारी नौकरी का झांसा दिया. मीनाक्षी ने अपने 22 परिचितों से कुल एक करोड़ 62 लाख रुपये जालसाजों को दिलवाये और फिर उन्हें जालसाज घनश्याम श्रीवास्तव ने फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया.

नौकरी के लिए बांट दिया गया फर्जी नियुक्ति पत्र
नौकरी के नाम पर ठगे गए 22 युवकों को फर्जी नियुक्ति पत्र दिया गया, लेकिन एक निर्धारित समय के बाद जब उन्हें नौकरी नहीं मिली तो मीनाक्षी ने घनश्याम श्रीवास्तव से पैसे मांगे. इस पर घनश्याम ने गाली गलौज करते हुए मीनाक्षी को जान से मारने की धमकी दी और रुपये देने से मना कर दिया. मड़ियाव थाना प्रभारी बिपिन कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता मीनाक्षी की तहरीर पर संस्थान के अध्यक्ष घनश्याम श्रीवास्तव सहित 23 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है. फिलहाल जांच-पड़ताल जारी है.

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