लखनऊ: मुसलमानों का दूसरा सबसे बड़ा पर्व ईद उल अजहा यानी बकरीद एक अगस्त को पूरे देश में मनाया जाएगा. कोरोना संक्रमण को देखते हुए बकरीद से पहले मुस्लिम धर्मगुरु और दारुल उलूम फरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने अपील जारी की है. फरंगी महली ने कहा कि बकरीद पर सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन जरूर किया जाए. साथ ही सभी मुस्लिम इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की एडवाइजरी पर भी अमल करें.
फरंगी महली ने की अपील, घरों में ही रहकर मनाएं बकरीद
देश में शनिवार को मनाए जाने वाले ईद उल अजहा पर फरंगी महली ने अपील जारी की है. फरंगी महली ने कहा कि बकरीद पर सरकार की ओर से कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन जरूर किया जाए.
मुस्लिम धर्मगुरु ने गुरुवार को जारी अपील में कहा कि कोरोना कहर के दौरान पड़ने वाले बकरीद को लोग अपने घरों में ही रहकर मनाएं. घरों में रहकर ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नमाज अदा करें और कुर्बानी करें. मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि कुर्बानी की जगह और इस्तेमाल होने वाली चीजों को सैनिटाइज करने के बाद ही कुर्बानी दें. साथ ही इस दौरान मास्क और ग्लब्स का भी जरूर प्रयोग करें.
उन्होंने कहा कि बकरीद की नमाज में कोरोना के खात्मे के लिए विशेष दुआ की जाए और इस दौरान कहीं भी भीड़ एकत्र न होने पाए. रमजान और ईद पर बरती गई सावधानियों के साथ ही बकरीद का पर्व मनाया जाए. फरंगी महली ने कहा कि कुर्बानी का कचरा खुले में न फेंका जाए और कुर्बानी को खुली जगह पर न करें. वहीं उन्होंने कुर्बानी के दौरान फोटो और वीडियो को सोशल मीडिया पर नहीं डालने की अपील की है. साथ ही उन्होंने कहा कि घर में चार लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए एक साथ नमाज पढ़ सकते हैं. कोरोना काल में नौकारी और कारोबार में हुए नुकसान को लेकर उन्होंने कहा कि एक से ज्यादा कुर्बानी की जगह पैसे को जरूरतमंद लोगों में दान करें.
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घरों में ही रहकर मनाए बकरीद