लखनऊ: ठाकुरगंज थाने में शिकायतकर्ता को पीटने और घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में कोर्ट के आदेश पर दो दारोगा के साथ ही 10 जमीन कब्जाने वाले आरोपियों पर शनिवार को एफआईआर दर्ज की गई. पीड़ित शिकायतकर्ता दुर्गा प्रसाद द्विवेदी का आरोप था कि उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जे की शिकायत की थी. जांच करने आई पुलिस ने आरोपियों के साथ साठगांठ कर उनके घर हमला बोल दिया था. पुलिस ने मेडिकल कराया, जिसमें चोट लगने की पुष्टि भी हुई. स्थानीय पुलिस और अफसरों के न सुनने पर कोर्ट में शिकायकर्ता ने अर्जी दी.
ठाकुरगंज बरौरा हुसैनबाड़ी में रहने वाले दुर्गा प्रसाद द्विवेदी ने एफआईआर में लिखवाया है कि 8 जनवरी को घर के पास सरकारी जमीन पर कुछ लोगों ने कब्जा करने का प्रयास किया था. इनमें शिवरतन जायसवाल, विशाल, रितिक जायसवाल व अन्य लोग थे. विरोध करने पर ये लोग मारपीट पर उतर आए. सूचना पर पुलिस पहुंची तो वह भी कब्जे का प्रयास करने वालों के पक्ष में हो गई. इसके बाद बालागंज चौकी प्रभारी अनिल कुमार सिंह और बीट प्रभारी अशोक कुमार सिंह वहां पहुंचे. इनके सामने भी आरोपियों ने घर में हंगामा व मारपीट की. पुलिस दुर्गा प्रसाद को ही थाने लेकर चली गई. इसके बाद थाने में चौकी प्रभारी ने खूब पीटा.
दुर्गा प्रसाद ने आरोप लगाया कि आरोपियों से पुलिस ने साठगांठ कर ली थी. इस पर ही उनके खिलाफ शांतिभंग करने की कार्रवाई कर लॉकअप में डाल दिया था. उसकी बहन वहां पहुंची तो उसे पुलिसकर्मियों ने गालियां दीं. आरोप है कि दारोगा अनिल और अशोक ने लॉकअप से निकालकर उन्हें लात-घूसों से पीटा. वह बेसुध सा होकर गिर पड़ा. उसके गिरने पर ही पुलिस ने पीटना बंद किया. 9 जनवरी की सुबह पुलिस ने उसका मेडिकल कराया तो उसमें चोट लगने की पुष्टि हुई. डॉक्टर ने एक्सरे करने के लिए कहा. लेकिन, पुलिस ने नहीं कराया. सुनवाई न होने के चलते पीड़ित ने कोर्ट का सहारा लिया. इससे उसको न्याय मिला और कोर्ट के आदेश पर शनिवार को ठाकुरगंज में तैनात बालागंज चौकी इंचार्ज अनिल कुमार व बीट इंचार्ज अशोक सिंह पर एफआईआर दर्ज कर ली गई.
पूरे मामले में एसीपी चौक आईपी सिंह ने बताया कि दुर्गा प्रसाद द्विवेदी ने जमीन कब्जे को लेकर दो दारोगा पर थाने के अंदर उसको लॉकअप से निकाल पर पीटने और अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया था. पीटने और घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में कोर्ट के आदेश पर दो दारोगा बालागंज चौकी इंचार्ज अनिल कुमार व बीट इंचार्ज अशोक सिंह पर एफआईआर दर्ज करने के आदेश के बाद पुलिस ने दोनों दारोगा के साथ ही 10 आरोपियों पर भी एफआईआर दर्ज की.
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