लखनऊ : राजधानी के पारिवारिक न्यायालय में रोज हजारों केस तलाक के सामने आते हैं. मौजूदा समय में शादी को लोगों ने गुड्डा गुड़िया का खेल समझ लिया है. पति के होते हुए पत्नी और पत्नी के होते हुए पति सोशल मीडिया पर गैरों के साथ संबंध बना रहे हैं. सोशल मीडिया पर बातचीत करते करते या संबंध कब दोनों के बीच दूरियां पैदा कर देता है. यह दोनों को ही पता नहीं चलता है.
सोशल मीडिया का प्यार बन रहा पति-पत्नी के बीच दरार. सोशल मीडिया का प्यार बन रहा पति-पत्नी के बीच दरार. पारिवारिक न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धांत कुमार के अनुसार जबसे डिजिटल क्रांति आई है, तब से बहुत कुछ बदला है. सामाजिक तौर पर भी देखा जा रहा है कि सोशल मीडिया के बहुत सारे मिस यूज हैं. किसी भी चीज के दो साइड इफेक्ट होते हैं. जिसमें पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों चीज होती हैं, लेकिन नेगेटिव चीज लोगों के दिमाग में जल्दी से घर कर जाती है. बहुत से लोग सोशल मीडिया के जरिए अपना घर-परिवार तबाह कर रहे हैं. बहुत से क्राइम सोशल मीडिया के जरिए हो रहे हैं.
सोशल मीडिया का प्यार बन रहा पति-पत्नी के बीच दरार. पारिवारिक न्यायालय में रोजाना करीब 50 से 100 तलाक की अर्जियां आती हैं. इनमें से 10 में से तीन केस ऐसे होते हैं. जिसमें पति या पत्नी का किसी गैर व्यक्ति से सोशल मीडिया के जरिए दोस्ती कारण होती है. ऐसा नहीं है कि सिर्फ पुरुष ही इस तरह का काम करते हैं, बल्कि मौजूदा समय में महिलाएं भी इस तरह की हरकतें कर रही हैं. इस स्थिति में तलाक के लिए अर्जी आती है. इस समय 10 में से तीन केस ऐसे आ रहे हैं जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मौजूदा समय में पति-पत्नी के रिश्ते में ईमानदारी नहीं रह गई है. कई हाई प्रोफाइल केस ऐसे आते हैं जिसमें पति-पत्नी एक साथ नहीं रहते हैं. दोनों अलग-अलग शहर में रहते हैं. उस दौरान पत्नी का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है और पति का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है. ऐसे में जब एक दूसरे के बारे में पता चलता है तो तलाक की नौबत आ जाती है.
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