लखनऊ:उत्तर प्रदेश में एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (Energy Efficiency Services Limited) की तरफ से लगाए गए लगभग 12 लाख स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं. आसमान में बिजली कड़की और हजारों की संख्या में स्मार्ट मीटर्स ने काम करना बंद कर दिया. अब कहने को तो स्मार्ट मीटर है, लेकिन आकाशीय बिजली की कडकने से बंद हो जाता है. अगर स्मार्ट प्रीपेड मीटर के लिए हाई वोल्टेज डिस्चार्ज टेस्ट, जिसमें सीबीआईपी 325 के तहत 35 केवी स्पार्क टेस्ट इंस्पेक्शन के समय किया गया होता तो आकाशीय बिजली कडकने से हजारों की संख्या में स्मार्ट मीटर बंद नहीं होते.
बिजली कड़कने से बंद हुए स्मार्ट मीटर पर राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा अभी कोई भूला नहीं होगा. कुछ साल पहले जन्माष्टमी पर लाखों उपभोक्ताओं की बत्ती गुल हो गई थी. इसके बाद स्मार्ट मीटर तेज चलने की शिकायतें मिलीं. इसके बाद भार जंपिंग का मामला सामने आया. एसटीएफ जांच हुई. अब बिजली कड़की, तो बड़ी संख्या में स्मार्ट मीटर की बत्ती गुल हो गई. वास्तव में यह स्मार्ट मीटर नहीं हैं. यह स्मार्ट मीटर के नाम पर घटिया मीटर है. इन सब के बावजूद एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड का न तो अभी तक एग्रीमेंट खारिज किया गया और न ही उसे ब्लैक लिस्ट किया गया, जो अपने आप में बड़ा सवाल है.