आम्रपाली ग्रुप धोखाधड़ी मामला: नोएडा अथॉरिटी के सात पूर्व अफसरों से होगी पूछताछ
आम्रपाली ग्रुप के मददगारों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसी सिलसिले में नोएडा अथॉरिटी के सात पूर्व अफसरों से प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ करेगा.
लखनऊ: आम्रपाली ग्रुप के द्वारा निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ईडी जांच कर रही है. ईडी की टीम ने आम्रपाली ग्रुप के मददगारों पर कार्रवाई का शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. साल 2010 से 2012 के बीच 45000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ग्रुप पर ऑथरिटी का बकाया होने के बाद भी अम्रपाली ग्रुप को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों ने नियमों को ताक पर रखकर जमीन आवंटित की. वहीं अपने बकाए पैसे को निकालने के लिए भी कोई कोशिश नहीं की गई.
आम्रपाली ग्रुप के मददगारों पर ईडी का शिकंजा
ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी पर पैंतालिस हजार करोड रुपये बकाए होने के बावजूद भी आम्रपाली ग्रुप को जमीनों का आवंटन नियमों को ताक पर रखकर किया गया. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में ईडी की जांच चल रही है. ईडी ने कंपनी के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह, ओएसडी मनोज राय ,यशपाल त्यागी ,एजीएम और जीएम स्तर के अधिकारियों को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है.
आम्रपाली ग्रुप में सैकड़ों निवेशकों से ठगी
सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय की जांच में पता चला है कि आम्रपाली ग्रुप में निवेशकों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी की गई है. वहीं इस मामले में आम्रपाली ग्रुप के चार निदेशकों, मुख्य वित्त अधिकारी ,ऑडिटर पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं.