लखनऊ: लॉकडाउन में शासन की ओर से छूट दी गई है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है. इस माहौल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने और अपराध पर लगाम लगाने के लिए डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने पुलिस अधिकारियों कई निर्देश दिये. डीजीपी हितेश अवस्थी ने कहा कि जनपद स्तर पर जिले के कप्तान और तहसील स्तर पर क्षेत्राधिकारी और उप जिलाधिकारी शांति समिति की बैठक करें.
अपराध रजिस्टर का अवलोकन करें
डीजीपी ने कहा कि अधिकारी इस बात को सुनिश्चित करें कि क्षेत्र में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरीके से पालन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना है, जिसके लिए अधिकारी अपने स्तर पर प्रयास जारी रखें. हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि इस दौरान आपराधिक घटनाएं समाज के लिए घातक हो सकती हैं. इसके लिए थानों पर मौजूद त्योहार रजिस्टर, भूमि विवाद रजिस्टर, रजिस्टर नंबर 8 (ग्राम अपराध रजिस्टर) का अवलोकन करें. किसी भी विवाद की संभावना को ध्यान में रखते हुए पहले से ही बातचीत कर विवाद का निपटारा करें, जिससे कि किसी तरह का विवाद में उत्पन्न न होने पाए.
विवादों को सुलझाने का प्रयास
डीजीपी हितेश अवस्थी ने निर्देशित किया है कि क्षेत्र में भूमि विवाद या अन्य विवादों के बारे में जानकारी एकत्रित की जाए. विवादों को सुलझाने के लिए अधिकारियों और पुलिसकर्मियों द्वारा प्रयास किए जाएं. क्षेत्र के जो वांछित अपराधी हैं उनकी गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास किए जाएं.
अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि अफवाह समाज के लिए हानिकारक साबित हो सकती है. ऐसे में सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से समाज में पहुंचने वाली अफवाह को चिन्हित किया जाए और उनका तत्काल प्रभाव से खंडन प्रेषित किया जाए. सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से आपत्तिजनक व अभद्र टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाए इस कार्य के लिए डिजिटल वॉलिंटियर्स का सहारा लिया जाए.
आपराधिक घटनाओं पर लगाम
डीजीपी ने बिट प्रणाली को प्रभावी बनाने के निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने क्षेत्र में सक्रिय रहे और आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने की योजना तैयार करें. शहर के प्रतिष्ठित भवनों, सड़कों, रेलवे स्टेशन और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरा की व्यवस्था की जाए. यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कैमरे काम कर रहे हैं या नहीं.