लखनऊ : प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों की स्थिति सुधारने के लिए अहम कदम उठाया है. मेडिकल कॉलेज व संस्थानों में डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारियों की भर्ती के रास्ते खोल दिए गए हैं. इससे अच्छे डॉक्टर तैयार होंगे, वहीं मरीजों को बेहतर इलाज मिल सकेगा. नये पदों के सृजन को मंजूरी प्रदान की गई है.
प्रदेश के प्रत्येक जिले में एक मेडिकल काॅलेज खोलने की कवायद चल रही है. प्रदेश में 35 मेडिकल कॉलेजों का संचालन हो रहा है. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने कहा कि पीपीपी मॉडल पर भी मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. इससे मरीजों को इलाज के लिए अधिक सफर नहीं तय करना होगा. मरीज को उनके जिले में ही विशेषज्ञ डॉक्टर से इलाज मिल सकेगा. उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज संग बेरोजगारों को नौकरी भी मिलेगी. प्रदेश सरकार अपने वादे को पूरा करने के लिए तत्पर है.