लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद की रिहाई की मांग को लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन के जरिए राष्ट्रपति को संबोधित पत्र भेजा है. प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया है कि अलोकतांत्रिक और गैर कानूनी तरीके से प्रदेश की योगी सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमे में आलोक प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.
इस मामले में हुई थी गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है. इस घटना के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं एवं अनुसूचित जाति विभाग के पदाधिकारियों ने आलोक प्रसाद को रिहा करने की मांग को लेकर राष्ट्रपति को सम्बोधित ज्ञापन नगर मजिस्ट्रेट लखनऊ को सौंपा है.
लखनऊ: कांग्रेस ने आलोक प्रसाद की रिहाई के लिए राष्ट्रपति को भेजा पत्र
यूपी की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने आलोक प्रसाद के रिहाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति को एक पत्र भेजा है. प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने शासन-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
विधान भवन के सामने एक महिला के आग लगाए जाने की घटना को लेकर पुलिस ने कांग्रेसी नेता को जिम्मेदार ठहराया था, जिसके बाद आलोक प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इसके बाद से ही कांग्रेस लगातार आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी को लेकर विरोध कर रही है. ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन दिनेश सिंह, अनुसूचित जाति विभाग के उपाध्यक्ष तरुण रावत, कमल किशोर आनन्द, सरलेस रावत चेयरपर्सन महिला विंग अनुसूचित जाति विभाग, सिद्धिश्री आदि शामिल रहे.