लखनऊ: प्रदेश में लगातार बढ़ते अपराध के ग्राफ को लेकर यूपी कांग्रेस कमेटी ने प्रदेश की योगी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. कांग्रेस का कहना है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पटरी से उतर गई है. प्रदेश सरकार लचर कानून व्यवस्था को संभाल पाने में नाकाम है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि राज्यपाल को तत्काल योगी सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए. कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह और सचिव धीरज गुर्जर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर योगी सरकार को कानून के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा किया. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश सरकार की जमकर आलोचना भी की.
कांग्रेस ने राज्यपाल से की योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग. - प्रदेश में अपराध के मुद्दे पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को घेरा
- राज्यपाल से की योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग
जनवरी से 7 सितंबर तक के प्रदेश में अपराधों के विभिन्न आंकड़ों को लेकर आराधना मिश्रा मोना ने योगी सरकार को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों के खिलाफ, महिलाओं के खिलाफ, बच्चियों के खिलाफ हत्या, लूट और दुष्कर्म की जघन्य घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. लखीमपुर में एक पूर्व जनप्रतिनिधि की हत्या पर उन्होंने चिंता व्यक्त की. साथ ही लखीमपुर में दो मासूम बच्चियों के साथ हुई घटना पर भी उन्होंने अफसोस जाहिर किया.
आराधना मिश्रा ने कहा कि 7 माह के आंकड़ों की बात करें तो प्रदेश में हत्या के 2032 मामले सामने आए हैं. वहीं एक माह के दौरान प्रदेश में 291 लोगों की हत्या हुई है. रोजाना प्रदेश में 9 से 10 हत्याएं हो रही हैं. वहीं महिला अपराधों पर उन्होंने कहा कि सात माह में 12 से 16 मामले दर्ज हुए हैं. अगर प्रति माह का आंकड़ा निकाला जाए, तो 174 मामले और प्रतिदिन 6 से 7 मामले सामने आ रहे हैं.
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर भाजपा को घेरते हुए कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता ने कहा कि भाजपा सरकार में ही बेटियों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं. सबसे ज्यादा अपराध मासूम बच्चियों के साथ हो रहे हैं. पहले बेटियों को अगवा किया जा रहा है फिर उनके साथ दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म किया जा रहा है. उसके बाद हत्या कर दी जा रही है.
उन्होंने कहा कि हाल ही में लखीमपुर जिले में ऐसी ही दो घटनाएं सामने आई हैं. एनसीआरबी के डाटा के अनुसार पूरे देश के क्राइम डेटा के मुताबिक 10.92 फीसदी अपराध सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही होता है. लखीमपुर में 1 जनवरी से 27 अगस्त तक 51 दुष्कर्म की घटनाएं हुईं. वहीं दुष्कर्म के बाद तीन हत्याएं भी हुई हैं.
साथ ही छेड़खानी की 161 घटनाएं हुईं. गोरखपुर सीएम योगी का क्षेत्र है और उनकी कर्मभूमि भी. 1 जनवरी से 4 सितंबर तक 50 दुष्कर्म की घटनाएं, अगस्त में केवल 28 दिनों में 14 हत्याएं हुई हैं. यह 2 जिले के आंकड़े हैं. उन्होंने कहा कि यही स्थिति सभी जिलों की है. ब्राह्मणों के खिलाफ हो रहे लगातार अपराधों पर आराधना मिश्रा ने कहा कि क्या ब्राह्मण प्रदेश के समाज का हिस्सा नहीं है? क्या उत्तर प्रदेश के नागरिक नहीं हैं? उनकी सुरक्षा कौन करेगा?
वहीं एमएलसी दीपक सिंह ने कहा कि प्रदेश में हत्या की घटनाएं रोज घंटों के हिसाब से होती है. एक हत्या औसतन 2 घंटे में होती है और महिलाओं के साथ दुराचार और दुष्कर्म मिनट के अनुसार होता है. यह उत्तर प्रदेश के एनसीआरबी के डाटा का प्रमाण है. विधान परिषद में सदन के नेता दिनेश शर्मा ने कहा कि 2020 में प्रदेश में अपराध चरम पर है. कांग्रेस पार्टी राज्यपाल से प्रदेश की योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग करती है.