लखनऊः बाल महिला चिकित्सालय ऐशबाग में स्वास्थ्य कर्मी मरीजों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. बीते कुछ समय से बीएमसी में आने वाली महिलाओं की कोरोना जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं. कर्मियों का कहना है कि स्वास्थ्य कर्मी कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने के बाद जांच में प्रयोग होने वाले वेस्ट को बीएमसी परिसर में इधर-उधर फेंक दे रहे हैं.
कोरोना सैंपल वेस्ट निस्तारण गलत ढंग से करने पर नोटिस जारी
कोरोना मरीज के सैंपल लेने के बाद स्वास्थ्य कर्मी द्वारा मेडिकल वेस्ट को बाल महिला चिकित्सालय (बीएमसी) परिसर में यूं ही फेंक देने का मामला सामने आया है. इस प्रकार बायो मेडिकल वेस्ट फेंके जाने की सूचना सीएमओ कार्यालय को लगी तो महिला अधीक्षक को नोटिस जारी हो गई. साथ ही हिदायत दी गई कि लापरवाही पर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि बायो मेडिकल वेस्ट को फेंकने के लिए स्थान तय किया गया है. इसके बाद भी वेस्ट को यूं ही कहीं भी फेंका जा रहा है. इस पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एमके सिंह ने बीएमसी की महिला अधीक्षक को नोटिस जारी किया है.
नोटिस में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि क्षेत्र से सैंपलिंग के उपरांत वापस आने पर बायो मेडिकल वेस्ट को चिकित्सालय के निर्धारित स्थान पर न डाल कर इधर-उधर फेंक दिया जाता है. जिससे मरीजों की स्थिति असहज हो रही है. इससे बायो मेडिकल वेस्ट निस्तारण गाइडलाइंस का उल्लंघन हो रहा है. अत: अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी को आदेशित किया है कि भविष्य में यदि इस प्रकार की लापरवाही पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.