लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा है कि प्रदेश में यदि किसी की लापरवाही की वजह से एक भी मृत्यु हुई तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. प्रदेश में इस समय एम्बुलेंस सेवा से जुड़े कर्मचारी हड़ताल (ambulance workers strike in UP) पर हैं, ऐसे में मुख्यमंत्री का यह निर्देश बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है.
सीएम योगी ने मंगलवार को टीम-9 की बैठक (team 9 meeting) में कहा कि कोविड काल में हमारे चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य सहयोगी स्टाफ ने सेवा कार्य का प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया है. इसकी सराहना की जानी चाहिए. इसके साथ-साथ यह भी सुनिश्चित किया जाए कि हर मरीज को त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो. इस संबंध में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी. शासकीय सेवा के लोग हों अथवा आउटसोर्सिंग सेवा से संबंधित लोग, निर्धारित दायित्वों का पूरी कर्मठता के साथ निर्वहन करें. लापरवाही के कारण यदि प्रदेश में किसी भी मरीज की मृत्यु हुई तो संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. सीएम योगी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग और गृह विभाग द्वारा इस आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए.
आपको बता दें कि नौकरी से निकाले गए एक हजार कर्मचारियों को दोबारा बहाल करने, बकाया मानदेय देने, कोरोना कॉल में मृत कर्मियों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा देने की मांग को लेकर 108 और 102 एंबुलेंस के 19 हजार कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. ये सभी कर्मचारी पहले जीवीके कंपनी के लिए काम करते थे. लेकिन, अब इसका जिम्मा नई कंपनी जिगित्जा को दे दिया गया है.
मिशन शक्ति के दूसरे चरण की तैयारी
इसके साथ ही टीम 9 की बैठक में सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए संकल्पित है. 'मिशन शक्ति' के सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं. महिला स्वयं सहायता समूह, बीसी सखी जैसे प्रयासों ने ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं को स्वावलंबन की राह दिखाई है. मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह जैसी योजना ने बालिकाओं और उनके अभिभावकों को बड़ा संबल दिया है. ऐसे में अब मिशन शक्ति को साथ नवीन ऊर्जा के साथ नई दिशा देने की आवश्यकता है. स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास पंचायती राज, गृह, महिला एवं बाल विकास आदि विभाग परस्पर समन्वय के साथ मिशन शक्ति के अगले चरण की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करें. महिलाओं-बेटियों से जुड़े आपराधिक घटनाओं पर संवेदनशीलता के साथ त्वरित कार्रवाई की जाए.