लखनऊ:सोमवार को पुलिस ने कमलेश तिवारी के दोनों हत्यारे मोइनुद्दीन और अशफाक की फोटो सार्वजनिक की. इसी के साथ ही पुलिस को अन्य कई सुराग भी मिले हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को ठाकुरगंज में रहने वाले वकील को हत्यारों ने फोन किया और कोर्ट में सरेंडर करने की बात कही. हत्यारों का फोन आने के बाद वकील के होश उड़ गए. इसके बाद वकील ने तुरंत लखनऊ पुलिस को इसकी सूचना दी.
वहीं वकील को फोन किये जाने की बात को लेकर पुलिस ने अभी कुछ भी कहने से मना कर दिया है. जिस नंबर से वकील को फोन किया गया था उसको ट्रेस किया गया तो वह लखीमपुर के पलिया के टैक्सी ड्राइवर का निकला. ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि हत्यारे नेपाल भाग जाना चाहते थे, लेकिन बॉर्डर पर चौकसी देखकर वह फिर वापस शाहजहांपुर चले गए.
सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार लखीमपुर खीरी में बुक कराई गई इनोवा टैक्सी को गुजरात से बुक किया गया था. गुजरात से किसी ने हत्यारों के लिए नेपाल जाने के लिए टैक्सी बुक कराई थी. वहीं दूसरी ओर हत्यारों को गिरफ्त में लेने के लिए एटीएस और एसटीएफ ने शाहजहांपुर में डेरा डाल रखा है. शाहजहांपुर में सघन चेकिंग की जा रही है, जिससे कि हत्यारों को गिरफ्तार किया जा सके. बता दें कि शाहजहांपुर में कई सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे, जिसमें हत्यारों को देखा गया था.