लखनऊ: कोविड-19 के दौरान उत्तर रेलवे के मंडलीय चिकित्सालय में कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों का उपचार हो रहा है. सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल ने जानकारी दी कि उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के चिकित्सकों का दल और अन्य मेडिकल कर्मचारी अपने प्रयासों से अपनी कार्यप्रणाली का पालन करते हुए प्रत्येक स्थिति के साथ सामंजस्य बनाते हुए कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसी का परिणाम है कि इस रोग से संक्रमित रोगी उपचार के बाद पूर्णतया स्वस्थ होकर अपने घरों को लौट रहे हैं.
लखनऊ: रेलवे अस्पताल में स्वस्थ हुए 16 इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिसकर्मी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इंडो-तिब्बतन बॉर्डर के 16 पुलिसकर्मी उत्तर रेलवे के चिकित्सालय से स्वस्थ होकर वापस लौट गए हैं. इस दौरान उन्होंने उत्तर रेलवे का आभार भी व्यक्त किया है.
सीनियर डीसीएम ने बताया कि सोमवार को कोरोना बीमारी से संक्रमित इंडो-तिब्बतन बॉर्डर के 16 पुलिसकर्मियों को कोविड पॉजिटिव आने पर 10 सितंबर से मंडल चिकित्सालय में 14 दिनों के उपचार के लिए रखा गया था. अब इन पुलिसकर्मियों को उपचार के बाद पूर्ण स्वस्थ होने पर चिकित्सालय से वापस उनके स्थान को भेज दिया गया. उनके अनुसार सभी पुलिसकर्मियों ने अपने स्वस्थ होने पर प्रसन्नतापूर्वक सकुशल अपने गंतव्य की ओर वापसी लेते हुए रेलवे के प्रति आभार व्यक्त किया है.
बता दें कि उत्तर रेलवे ने अपने चिकित्सालय में 250 बेडों की व्यवस्था कर रखी है. इसके बारे में सरकार को भी अवगत कराया गया है. कोरोना में जरूरत पड़ने पर रेलवे का हॉस्पिटल इस्तेमाल किया जा रहा है. रेलवे का चिकित्सालय अन्य मरीजों के उपचार के काम में भी आ रहा है. रेलवे कर्मचारियों के साथ ही आम जनता को भी यहां से इलाज मुहैया कराया जा रहा है.