लखनऊ:कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश में 1,700 से अधिक वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं जहां पर वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिया गया है. राजधानी में वैक्सीनेशन के लिए 21 वैक्सीनेशन सेंटर पर 83 वैक्सीनेशन बूथ बनाए गए हैं. जहां पर 10,375 फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का कार्य शुरू किया गया है.
2 लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य
वैक्सीनेशन के दूसरे चरण के तहत उत्तर प्रदेश में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाई जा रही है. फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने के लिए दूसरे चरण का ये अंतिम चक्र है. लगभग दो लाख फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाने की तैयारियां की गई हैं. बता दें कि अब तक उत्तर प्रदेश में 7,00,000 से अधिक फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
सुबह 8 बजे वैक्सीनेशन सेंटर पहुंची वैक्सीन
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार सुबह 8:00 बजे उत्तर प्रदेश के सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की डोज पहुंचा दी गई है. सुबह 9:00 बजे से वैक्सीनेशन शुरू कर दिया गया है. शाम को 5:00 बजे तक वैक्सीनेशन जारी रहेगा. पहले ही उन तमाम फ्रंटलाइन वर्कर्स जिन्हें वैक्सीन लगानी है उन्हें कंट्रोल रूम की मदद से मैसेज व कॉल करके वैक्सीनेशन के संदर्भ में जानकारी उपलब्ध करा दी गई है.
अब तक नहीं दिखा मेजर रिएक्शन
उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर फ्रंटलाइन वर्कर स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है, लेकिन उत्तर प्रदेश में कहीं भी वैक्सीनेशन का मेजर रिएक्शन देखने को नहीं मिला है. हालांकि, कई जगह पर वैक्सीन लगने के बाद घबराहट, बीपी का बढ़ना जैसी शिकायतें जरूर मिली है लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन लगने के बाद इस तरह का मायने रिएक्शन सामान्य बात है इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है.
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