लखीमपुर खीरी : कांग्रेस नेता पंडित तेज नारायण त्रिवेदी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया. उनके निधन की खबर सुनते ही तमाम पार्टियों के नेता अंतिम दर्शन करने उनके घर 'कांग्रेस कोठी' पहुंचे. जहां सभी ने उनको नम आखों से विदाई दी. पंडित जी 6 बार विधायक, एक बार एमएलसी और जिला पंचायत अध्यक्ष के पद रह चुके थे.
बीए, एलएलबी की शिक्षा प्राप्त कर पंडित तेज नारायण ने 1948 में अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. इनका परिवार मूल रूप से कानपुर का रहने वाला था, लेकिन पुश्तों से वह खीरी में आकर बस गया था.1958 में पंडित जी जब यूपी की विधानपरिषद में कांग्रेस के टिकट पर एमएलसी बनकर पहुंचे, तब से रोडवेज बस अड्डे वाली सड़क पर पंडित जी की कोठी 'कांग्रेस कोठी' के नाम से मशहूर हो गई.
1962 में कांग्रेस से विधायक बनकर यूपी की विधानसभा में पहुंचे पंडित जी ने लगातार 6 बार विधानसभा चुनावों में अपनी जीत दर्ज की. 1980 में कांग्रेस से मनमुटाव के बाद पंडित जी ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की थी. वहीं बाद में1989 में कांग्रेस ने फिर पंडित जी को मना लिया और वह जिला परिषद के अध्यक्ष बन गए इस दौरान 1991 तक डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे.
कांग्रेस नेता पंडित तेज नारायण त्रिवेदी का हुआ निधन पंडित जी के निधन के बाद आज भाजपा के भी कई नेता उनके अंतिम दर्शन करने उनकी कोठी पर पहुंचे. पूर्व विधायक होने के नाते उन्हे गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. कांग्रेस के पूर्व सांसद जफर अली नकवी ने कहा कि पंडित जी की तरह नेक इंसान मिलना अब बहुत मुश्किल है. कांग्रेस को उनके जाने से बहुत नुकसान हुआ है और यह कोठी अब उदास हो गई है.