लखीमपुर खीरी: कहते हैं, लालच बुरी बला है. जिले के दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में एक तेंदुआ कई दिनों से करीब 20 हजार से ज्यादा आबादी को खौफजदा किए था, जो बकरी की लालच में पिंजरे में फंस गया. करीब 15 दिनों से तेंदुआ इलाके के गनापुर गांव और आसपास के गांवों में खौफ फैलाए हुए था. ये तेंदुआ कभी किसी की बकरी उठा ले जाता तो कभी किसी का कुत्ता. गांव वालों को चिंता तब हुई जब एक बच्चे को इस खूंखार तेंदुए ने मार डाला. दुधवा बफर जोन के अफसरों ने पहले तेंदुए की पगमार्क से पहचान की और फिर डब्ल्यूटीआई की मदद से पिंजरा लगाया.
तेंदुआ बकरी के लालच में पिंजरे में जैसे ही घुसता है, पिंजरा वैसे ही बन्द हो जाता है और तेंदुआ फंस जाता है, पर धौरहरा इलाके के इस खूंखार तेंदुए ने एक दिन इतनी चालाकी से पिंजरे में बंधी बकरी को चट कर डाला कि तेंदुआ फंसा भी नहीं और 'बेट' भी चट हो गया.
दुधवा में छोड़ा जाएगा पकड़ा गया तेंदुआ
धौरहरा इलाके में एक दिन बकरी खा गया, लालची तेंदुए को पकड़ने के बाद अब उसे दुधवा टाइगर रिजर्व के घने जंगलों में छोड़ा जाएगा. बफर जोन के डीएफओ डॉ. अनिल पटेल ने बताया कि तेंदुए का स्वास्थ्य परीक्षण तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया.
तेंदुआ बिल्कुल स्वस्थ है. पीसीसीएफ की अनुमति मिलने के बाद अब तेंदुए को दुधवा टाइगर रिजर्व में मंगलवार रात को ही छोड़ा जाएगा. पिंजरे में फंसा तेंदुआ बार-बार आक्रामक हो रहा. उसे चोट न लग जाए इसलिए जल्द ही उसे नेचुरल हैबिटेट में छोड़ा जाएगा.
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