कानपुर: जिले के नौबस्ता थाना क्षेत्र में इंजीनियर आरजू की मौत हो गई थी. आरजू के परिजनों ने थाने में हत्या की तहरीर दी थी. जिसके बाद आरजू के पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, लेकिन अभी भी आरजू की मौत या हत्या का खुलासा नहीं हो पाया है.
आरजू हत्याकांड में उलझी गुत्थी, दो जांचों में सामने आई अलग-अलग कहानी
आरजू हत्याकांड में अभी भी रहस्य बना हुआ है, क्योंकि फॉरेंसिक रिपोर्ट और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आपस में मैच नहीं हो पा रही हैं. ऐसे में दोनों ही रिपोर्टों में अलग-अलग खुलासा हुआ है. फॉरेंसिक रिपोर्ट में आरजू की मौत की वजह हादसा बताया गया है, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट दम घुटने से मौत की पुष्टि कर रही है. अब पुलिस दोनों रिपोर्टों पर विशेषज्ञों की राय लेने के बाद आगे की कार्रवाई करेगी.
बता दें कि मध्य प्रदेश के शहडोल की रहने वाली इंजीनियर आरजू गुप्ता का शव 25 दिसंबर को ससुराल के बाथरूम में पड़ा हुआ मिला था. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आरजू के शरीर में सात चोटों के निशान पाए गए थे. मौत का कारण दम घुटना बताया गया था. मामले में ससुराल वालों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज की गई थी.
विशेषज्ञों का मानना है कि बाथरूम में गैस गीजर लगा हुआ है और गीजर में घटना से 17 दिन पहले ही गैस सिलेंडर लगाया गया था. जब आरजू के साथ यह घटना घटित हुई तब मौके से सिलेंडर में 1 किलो गैस मिली थी. 17 दिनों में घर के 5 सदस्य के बीच सिलेंडर का खाली होना नामुमकिन है. माना जा रहा है कि गैस लीक हो रही थी. आरजू की हत्या हुई या यह एक हादसा था, इसके लिए दो जांचें हुईं. दोनों जांचों में अलग-अलग रिपोर्ट आई. इस पर पुलिस असमंजस में पड़ी हुई है और विशेषज्ञों से राय लेने में लगी हुई है.