उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

बिल्डर की लापरवाही से गिरी थी तीन मंजिला इमारत

कानपुर में बिल्डरों की लापरवाही से सोमवार रात बड़ा हादसा हो गया. बेसमेंट की खोदाई में लापरवाही से साथ की 3 मंजिला इमारत ढह गई. इस हादसे में 1 की मौत हो गई और 5 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. मंगलवार को केडीए और नगर निगम के अधिकारी मौके पर निरीक्षण करने पहुंचे.

By

Published : Nov 24, 2020, 5:09 PM IST

Published : Nov 24, 2020, 5:09 PM IST

Updated : Nov 24, 2020, 6:03 PM IST

कानपुर में बेसमेंट की खोदाई से तीन मंजिला इमारत गिरी.
कानपुर में बेसमेंट की खोदाई से तीन मंजिला इमारत गिरी.

कानपुर: कानपुर महानगर में बिल्डर केडीए के संरक्षण में लगातार अवैध बिल्डिंगों का निर्माण कर रहे हैं. शिकायतों के बाद भी अवैध बिल्डिंगों पर रोक नहीं लगायी जा रही. हद तो तब हो गई जब बिल्डर ने मानकों के विपरीत बेसमेंट खोद दी. हालांकि केडीए उपाध्यक्ष कह रहे हैं कि बिल्डरों को बेसमेंट खोदने का परमिट दिया गया था. केडीए की इसी अनदेखी के चलते खोदे जा रहे बेसमेंट के बगल का तीन मंजिला मकान गिर सोमवार को गिर गया, जिसमें दबकर एक बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि 5 लोग घायल हो गए. जिस वक्त हादसा हुआ ज्यादातर लोग घर से बाहर थे. इस वजह से और बड़ा हादसा होने से बच गया.

स्टे के बावजूद बिल्डर ने पोकलैंड लगाकर करा दी खोदाई.

40 फुट के बेसमेंट की खोदाई बनी काल

कुली बाजार में बिल्डर विनोद जैन अपार्टमेंट बनवाने के लिए पोकलैंड मशीन से बेसमेंट की खोदाई करा रहा था. 40 फुट से ज्यादा खोदाई होने पर बगल के मकान में दरार पड़ गयी. आस-पास के लोगों ने बेसमेंट खोदाई का विरोध किया, लेकिन बिल्डर नहीं माना. जिसकी वजह से मकान जमींदोज़ हो गया. जोरदार आवाज होने से आसपास के लोग अपने घरों से सड़कों पर निकल आये. आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गयी, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. मलबे में दबे एक बुजुर्ग को बाहर निकालकर अस्पताल भेजा गया, जहां पर उसकी मौत हो गयी.

विकास प्राधिकरण चलाएगा अभियान

इस हादसे के बाद केडीए और नगर निगम के अधिकारियों की नींद टूटी और मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया. केडीए उपाध्यक्ष राकेश तिवारी का कहना है कि 2018 में रेनू, सोनिया और रेखा जैन का कॉमर्शियल का नक्शा सम्मिट हुआ था. इसमें तीन बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और तीन और फ्लोर पास हुए थे. इसके पास एक पुरानी बिल्डिंग थी जो गिरी है. इसके लिए बिल्डर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही केडीए उपाध्यक्ष का कहना है कि अब आगे से ऐसा कोई हादसा न हो, इसके लिए विकास प्राधिकरण की प्रवर्तन की टीम अभियान चला कर अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसेगी.

मौके पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम.

बढ़ सकती थी मृतकों की संख्या

बिल्डिंग हादसे में एक की मौत होने के बाद केडीए ने जांच की बात कहकर अपना पल्ला जरूर झाड़ लिया है, लेकिन मरने वाले के परिजनों की मानें तो इस पर स्टे चल रहा था. मृतक राकेश शर्मा के परिजन अनिल ने बताया कि इस पर 6 महीने पहले से स्टे था. स्टे के बाद भी रातों रात मशीन लगाकर चार दिनों के अंदर 60 फुट खोदाई कर डाली गई. उनका कहना है कि अगर 10 मिनट पहले सभी लोग बाहर नहीं निकलते तो और कई लोग हताहत होते.

Last Updated : Nov 24, 2020, 6:03 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details