कानपुर : खादी के कपड़ों का फैशन भले ही बेहद पुराना हो गया है, लेकिन जो खादी पहनते हैं उनके लिए यह फैशन सदाबहार जैसा है. शहर में खादी के उत्पादों के लिए बना स्वराज्य आश्रम करीब 101 साल पुराना है. आज भी यहां युवाओं के लिए एक से बढ़कर शानदार उत्पाद उपलब्ध हैं. बताया जाता है कि देश में जब महात्मा गांधी का दौर था और असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई थी. उसी समय कानपुर के सर्वोदय नगर में स्वराज्य आश्रम को बनाया गया था और तब से यहां खादी के उत्पाद मिलते हैं.
निफ्ट के विशेषज्ञ तैयार करते डिजाइन : इस स्वराज आश्रम के सचिव प्रेम सिंह (Prem Singh, Secretary of Swaraj Ashram) ने बताया कि वर्षों पहले देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री (Former Prime Minister Lal Bahadur Shastri) यहां दरी पर बैठकर मंथन करते थे. अब यहां नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) के विशेषज्ञ (Experts at NIFT) युवाओं के लिए विशेष तरह की डिजाइन तैयार करते हैं. सालाना यहां 20 करोड़ रुपये का कारोबार होता है और देश के हर शहर से लोग यहां खरीदारी करने आते हैं.