कानपुर :शहर के नजीराबाद थाना क्षेत्र में तैनात एक सिपाही से फेसबुक पर युवती ने दोस्ती की. युवती ने खुद को इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बताया था. सिपाही ने सच मानकर उससे शादी कर ली. बाद में पता चला कि वह लुटेरी दुल्हन है. वह एक गैंग के लिए काम करती है, जो शादी के नाम पर लोगों को ठगता है. शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने शिवांगी सिसौदिया को रंजीत नगर स्थित एक अपार्टमेंट से गिरफ्तार कर लिया. उसे जेल भेज दिया गया है.
शादी से पहले मांगी थी कार :नजीराबाद थाना प्रभारी कौशलेंद्र सिंह ने बताया कि सिपाही से फेसबुक पर दोस्ती के बाद एक युवती द्वारा ठगी किए जाने की तहरीर मिली थी. मामले की जांच शुरू की जा रही थी. जांच में सामने आया, कि कानपुर-झांसी मार्ग निवासी शिवांगी सिसौदिया ने सिपाही के साथ पहले दोस्ती की, फिर शादी से पहले एक स्कॉर्पियो गाड़ी मांगी. इंगेजमेंट में गाड़ी दे दी गई, फिर जब शादी हुई तो एक इनोवा कार से युवती दुल्हन बनकर आई.
सारे दस्तावेज निकले फर्जी :थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहनता से तफ्तीश की गई तो मालूम हुआ, कि युवती एक गैंग की सदस्य है. युवती समेत अन्य लोग शादी के नाम पर ठगते हैं. ऐसे युवाओं को फंसाते हैं जो अमीर हों. इसके बाद उनके रुपये लेकर सभी चंपत हो जाते हैं. शादी में जिस इनोवा कार का उपयोग हुआ था, वह भी किराए की थी. जो लोग शादी में आए थे वह भी किराए पर बुलाए गए थे. युवती ने खुद को इनकम टैक्स इंस्पेक्टर बताया था, वो सारे दस्तावेज भी फर्जी निकले.