कानपुर देहात :जिले में साल 2013 में होटल के एक कमरे में डॉ. सतीश चंद्रा की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. चिकित्सक का प्राइवेट पार्ट काटकर उसकी पत्नी को कोरियर से भेज दिया गया था. पूरे सूबे में यह हत्याकांड सुर्खियों में रहा था. पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाली युवती को पकड़ लिया था. उसने अपना जुर्म भी स्वीकार कर लिया था. कोर्ट ने उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी. वह 10 साल से जेल में है. अब उसे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी है. बहुत जल्द वह सलाखों से बाहर आ जाएगी.
होटल में की गई थी हत्या :अमरौधा पीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्रा की 21 जुलाई वर्ष 2013 को रनियां स्थित राही पर्यटक आवास में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. पुलिस की जांच में पता चला था कि वह एक युवती के साथ होटल में पहुंचे थे. वारदात के बाद युवती गायब थी. उनका शव होटल के कमरे में पड़ा मिला था. होटल कर्मियों ने पुलिस को वारदात की जानकारी दी थी. पुलिस जब कमरे में पहुंची तो शव की हालत देखकर हैरान रह गई. चिकित्सक का प्राईवेट पार्ट गायब था. उसे हत्या करने वाला अपने साथ ले गया था. कुछ दिन बाद यह प्राइवेट पार्ट चिकित्सक की पत्नी को कोरियर से मिला था.
युवती ने दीवार पर लिखा था संदेश :जिस कमरे से लाश बरामद की गई थी, उसकी दीवार पर लिखा था कि 'जब मनुष्य प्रकृति से खिलवाड़ करता है, तो प्रकृति अपना बदला स्वयं ले लेती है'.पुलिस का शक होटल में साथ रुकी युवती पर था. पुलिस ने उसकी पहचान भी कर ली. युवती को पुलिस ने पकड़ लिया. पूछताछ में उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. उसने बताया कि उसने ही दीवार पर संदेश लिखा था. पुलिस की पूछताछ में युवती ने बताया कि डॉक्टर सतीश चंद्रा उसके साथ अप्राकृतिक सेक्स करते थे. इससे वह नाराज रहती थी. डाक्टर उसकी बहन पर भी बुरी नजर रखने लगे थे. इससे उसने सबक सिखाने की ठान ली थी.