कन्नौज:आज यानी आषाढ़ी पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ देखने को मिलती थी. कोरोना संक्रमण के चलते गंगा स्नान पर रोक लगा दी गई है. साथ ही संक्रमण से बचाव को देखते हुए सभी मंदिरों के दरबार को 31 जुलाई तक बंद रखने के आदेश हैं, जिससे इस बार सावन के सोमवार पर श्रद्धालु भगवान शिव के दर्शन नहीं कर सकेंगे.
मंदिर के कपाट बंद
इत्र नगरी कन्नौज में छठी शताब्दी का प्राचीन सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर मंदिर है. इस मंदिर में राजा हर्ष के समय कुल 1001 पुजारी मन्दिर की देखरेख किया करते थे. हर वर्ष सावन के समय यहां मन्दिर में शिव के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती थी, लेकिन इस वर्ष कोरोना की वजह से मंदिर को बंद किया गया है. भक्तों को फेसबुक और वाट्सएप के जरिए ही भगवान शिव के दर्शन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं.
मेले का आयोजन निरस्त
सभी मंदिरों में कपाट बंद होने के कारण सन्नाटा पसरा पड़ा है. कन्नौज के तिर्वा तहसील क्षेत्र में स्थित सिद्धपीठ मां अन्नपूर्णा देवी मंदिर परिसर में पूर्णिमा पर्व पर हर साल भव्य मेले का आयोजन होता था, लेकिन इस बार जिला प्रशासन की अनुमति न होने के कारण इस मेले पर रोक लगा दी गई है.
मेले की तैयारी को लेकर कई दुकानदार पहले से ही अपनी दुकानें सजाने में लग गए थे, लेकिन पुलिस ने दुकानें बंद रखने के निर्देश जारी किए हैं. इसके चलते मंदिर के पास की सभी दुकानें भी आषाढ़ी पूर्णिमा रविवार को बंद रहेंगी. जिला प्रशासन ने कोरोना संकट को देखते हुए इस बार पूर्णिमा में मेले का आयोजन निरस्त कर दिया है.
पहली बार भक्त हुए भगवान से दूर
ऐसी पहली बार होगा कि जब 5 जुलाई को आषाढ़ी पूर्णिमा के पर्व पर इत्र नगरी के गंगा घाट पर प्रशासन ने गंगा स्नान पर रोक लगा दी है. हर वर्ष गंगा आषाढ़ी के पर्व पर गंगा में स्नान करने के बाद श्रद्धालु कन्नौज के सिद्ध बाबा गौरी शंकर मंदिर में गंगाजल लेकर जाते थे और शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना करते थे. इस बार कोरोना के चलते भक्त अपने भगवान से दूर हैं.