झांसी: जनपद के अलग-अलग हिस्सों में जन संगठनों और प्रशासनिक अफसरों ने शनिवार को जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट और कच्चा राशन उपलब्ध कराया. साथ ही प्रशासनिक अफसर भी लोगों की मदद के लिए सड़क पर उतरे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया. वहीं इन सबके बीच दिल्ली और गुरुग्राम से मजदूरों के पैदल आने का सिलसिला भी लगातार जारी है, जिन्हें बांदा, महोबा या मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों के लिए जाना है.
विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों कराया भोजन
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के वीरांगना नगर में हॉस्टल में रह रहे विद्यार्थियों के खाने के संकट की जानकारी पर सीओ सिटी संग्राम सिंह हॉस्टल पहुंचे. यहां सीओ सिटी ने विद्यार्थियों को भोजन, फल और जरूरत के सामान वितरित कराए. सीओ सिटी ने विद्यार्थियों को आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में भी उनकी दिक्कतों का समाधान प्रशासन करेगा. बता दें कि भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष अभिषेक प्रताप सिंह ने एक दिन पहले विश्वविद्यालय प्रशासन व जिला प्रशासन को पत्र लिखकर हॉस्टल्स में रह रहे प्रवासी विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने की मांग रखी थी.
कांग्रेस नेता ने प्रशासन को दी एक लाख की मदद
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राहुल राय ने कोरोना से निपटने के लिए आपदा कोष में एक लाख रुपये की मदद का चेक प्रदान किया. कांग्रेस नेता राहुल राय ने झांसी के डीएम आंद्रा वामसी को एक लाख रुपये का चेक आपदा राशि में देने के साथ ही प्रशासन को अन्य तरह की मदद के लिए उपलब्ध रहने का आश्वासन दिया.
मेडिकल चेकअप कराने के निर्देश
झांसी मण्डल के कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद अफसरों को जरूरी दिशा निर्देश जारी किए. उन्होंने जारी निर्देश में कहा कि पैदल जा रहे मजदूरों को जल्द रोडवेज बसों से उनके घरों तक पहुंचाया जाए. साथ ही ऐसे लोगों का मेडिकल चकअप कराने के निर्देश दिए हैं.
लॉकडाउन का असर: झांसी में सामाजिक संगठनों और अफसरों ने गरीबों को वितरित किया राशन
पूरा विश्व इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहा है. वहीं भारत में भी 21 दिन तक लॉकडाउन के आदेश हैं. इसी के चलते झांसी में सामाजिक संगठनों और जिले के अफसरों ने गरीबों में खाद्यान और खाने के पैकेट बांटे.
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बिजौली में बांटा गया गरीबों को खाद्यान्न
बिजौली में रहने वाले सहरिया आदिवासियों की बस्ती में समाजसेवियों की टीम ने शनिवार को आटा, चावल, दाल, आलू, मसाला और तेल का पैकेट बांटा. साथ ही यहां रहने वाले ज्यादातर लोग फैक्ट्रियों में मजदूरी करते हैं और काम बंद होने के कारण उनके सामने खाने- पीने का संकट खड़ा हो गया है. इसी के चलते समाजसेवी संगठनों की टीम ने बस्ती के लोगों को सात दिन का खाद्यान्न देने के बाद फिर सात दिन बाद खाद्यान्न उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नीति शास्त्री, व्यापारी नेता राजीव राय व अन्य लोग मौजूद रहे.