हरदोई: सीतापुर डिपो की बस कंडक्टर ने टीआई के ऊपर नशे में होने और घूस मांगने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं. इतना ही नहीं, कंडक्टर ने उसकी टिकट मशीन टीआई द्वारा जबरन लेकर जाने का भी आरोप लगाया है. इस पूरे वाकये के चलते यात्रियों से भरी बस हरदोई डिपो पर करीब डेढ़ घंटे तक खड़ी रही.
टीआई पर रोडवेज बस कंडक्टर ने लगाए गंभीर आरोप. एक ओर जहां यात्रियों को इससे असुविधा तो हुई तो वहीं कर्मचारियों ने भी जमकर टीआई की इस प्रताड़ना पर विरोध जताया और कार्रवाई किए जाने की मांग की. हालांकि मौके पर पहुंचे एआरएम ने मामले को संभालते हुए मैनुअल टिकट देकर कंडक्टर को बस के साथ रवाना किया.
परिचालक ने लगाए गंभीर आरोप
सीतापुर डिपो के परिचालक गौतम ऋषि ने टीआई बलबीर यादव के ऊपर नशे में होने और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया. परिचालक ने आरोप लगाते हुए कहा कि वह सीतापुर से अजमेर बस लेकर जा रहे थे, तभी एक यात्री सिकरोहि स्टॉपेज पर बस में चढ़ा, जिसका टिकट उन्होंने उस यात्री के बस में प्रवेश करते ही काट दिया था. तभी इंटरसेप्टर पर सवार टीआई ने उनको डायरी दी, जिसके बाद उन्होंने बस रोकी और चेकिंग करवाई तो टीआई ने सिकरोहि में चढ़े उस यात्री का टिकट उन्हें देख कर काटे जाने की बात कही.
परिचालक ने अपना पक्ष रखा और उन्हें सफाई देते हुए कहा कि उसने उस यात्री के चढ़ते ही टिकट काटा, न कि टीआई बलबीर को देखकर. पीड़ित गौतम ने आरोप लगाया कि टीआई बलबीर ने ए डब्ल्यू टी कहकर पेनाल्टी लगाने की धमकी दी और एक हजार रुपये की मांग करने लगे. इस पर जब परिचालक ने आपत्ति जताई तो उसकी टिकट मशीन लेकर बलबीर टीआई वहां से रवाना हो गए, जिससे परिचालक बस को हरदोई डिपो में लाकर खड़ा कर दिया.
टीआई के खिलाफ नारेबाजी
इस पूरे वाकये से बस में बैठे यात्री भी करीब डेढ़ घंटे परेशान रहे तो कर्मचारी संघ के लोगों ने पीड़ित परिचालक का पक्ष रखते हुए टीआई बलबीर से परिचालक की मशीन तत्काल मंगाए जाने और भ्रष्टाचार किए जाने को लेकर टीआई पर एफआरआई दर्ज कराए जाने की मांग की. साथ ही उन्होंने टीआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की.
ये भी पढ़ें: हरदोई: शहर से निकलने वाला कचरा कर रहा दूषित, आंसू बहा रही सई नदी
एआरएम आर बी यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि परिचालक ने वहां मशीन छोड़ी या टीआई ने मशीन जबरन ली, यह जांच का विषय है. इसकी गहनता से जांच कर जिम्मेदारों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल तो आक्रोशित कर्मचारियों को समझा-बुझाकर उन्हें न्याय दिलाए जाने का आश्वासन दिया गया है. साथ ही परिचालक को मैनुअल बिल बुक व टिकट देकर बस को रवाना किया गया है, जिससे कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए.