हरदोईःसरकार जहां एक तरफ गड्ढामुक्त सड़कों की बात कर रही है. वहीं सरकार को आइना दिखाते हुए किसान युनियन के लोगों ने जल सत्याग्रह आंदोलन किया है. फसलों को लेकर लड़ाई लड़ने वाले किसान आज के समय मे जन समस्याओं को लेकर भी आंदोलन करने को मजबूर है, लेकिन सरकार और शासन इनकी समस्याओं को सुनना लाजमी नहीं समझ रहे. घण्टों तक चले इस जल सत्याग्रह आंदोलन की भी किसी जिम्मेदार अफसर ने सुध नहीं ली. हालांकि 3 घंटे बाद तहसीलदार सदर ने मौके पर पहुंच कर किसानों से वार्ता जरूर की.
किसानों ने किया जल सत्याग्रह. सड़क मार्ग न बनने से नाराज सैकड़ों लोग किसान युनियन के बैनर तले किसानों ने पानी के बीच में खड़े होकर विरोध प्रदार्शन किया. हरदोई से पिहानी बूढ़ागांव महोली होते हुए सीतापुर जनपद को जोड़ने वाले मार्ग को बनवाने की मांग की.
शाम तक चला ये प्रदर्शन
कुल्लहावर घाट पर गोमती नदी के गहरे पानी में खड़े होकर किसानों ने यह प्रदर्शन किया. 24 किलोमीटर लम्बा बदहाल मार्ग 8 किलोमीटर हरदोई में आता है तो शेष 16 किलोमीटर सीतापुर जनपद में आता है. 326 गांवों के 52 हजार सट्टा धारकों के गन्ने से लदे ट्रक इसी बदहाल मार्ग से गुजरते हैं. साथ ही सैकड़ों गांवों के अन्य हजारों स्थानीय लोग भी इस बदहाल मार्ग के कारण आ रही समस्याओं का विगत कई वर्षों से सामना कर रहे हैं.
जल सत्याग्रह करते किसान यूनियन के किसान. इसे भी पढ़ें- खुले में शराब पिए तो खैर नहीं, मथुरा में 125 लोगों पर हुई कार्रवाई
किसानों ने कहा की इस प्रदर्शन की सूचना 10 दिन पूर्व प्रशासन को दे दी गई थी, लेकिन कई घण्टों तक चले इस प्रदर्शन में जिले का कोई भी जिम्मेदार अफसर यहां की सुध लेने नहीं पहुंचा. किसानों ने कहा कि जल्द से जल्द अगर इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो हम किसान इससे भी वृहद आंदोलन कर सड़कों पर उतरेंगे.