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हरदोई: IGRS के माध्यम से निस्तारित की गई शिकायतों की जांच के लिए टीम गठित

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Published : Sep 4, 2019, 12:00 PM IST

यूपी के हरदोई में डीएम ने IGRS के माध्यम से हुई निस्तारित शिकायतों की जांच के लिए टीम गठित की है. जिसमें जांच टीम शिकायतों का क्रास चेक करेंगी और रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपेगी.

सिटी मजिस्ट्रेट गजेन्द्र कुमार.

हरदोई:आईजीआरएस के माध्यम से प्राप्त हुई विभिन्न शिकायतों के निस्तारण के बाद जिलाधिकारी ने शिकायतों की जांच के लिए क्रास चेकिंग कराने का फैसला लिया है, जिसके तहत डीएम ने मुख्य विकास अधिकारी, एडीएम, जिला विकास अधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट को जांच के लिए नामित किया है. अब यह अधिकारी निस्तारित शिकायतों की जांच करेंगे.

सिटी मजिस्ट्रेट गजेन्द्र कुमार ने मामले की दी जानकारी.

शिकायतों के निस्तारण के लिए बनाया गया है IGRS पोर्टल
योगी सरकार की मंशा है कि लोगों को भटकना न पड़े और उनकी शिकायतों का निस्तारण आसानी से हो जाए ताकि शिकायतकर्ता को राहत मिल सके, लेकिन सरकारी महकमा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. दरअसल, आईजीआरएस के माध्यम से विभिन्न विभागों की शिकायतें प्राप्त होती हैं और संबंधित अधिकारियों को इसके निस्तारण के लिए आदेश दिए जाते हैं, ताकि समय पर लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके और उनकी समस्या निस्तारित की जा सके, जिसके परिपेक्ष में प्राप्त हुई सैकड़ों शिकायतों का निस्तारण किया गया, लेकिन शिकायतों के निस्तारण में हुई शिकायत के बाद जिलाधिकारी ने 15 शिकायतें ऐसी चुनी है, जिनके निस्तारित होने के बाद उनकी क्रास चेकिंग कराई जाएगी.

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शिकायतों की जांच के लिए बनाई गई कमेटी
वहीं जांच के लिए जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी निधि गुप्ता वत्स, अपर जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह, राजित राम मिश्रा जिला विकास अधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार को इन शिकायतों की क्रास चेकिंग के लिए अधिकारी नामित किया है. अब यह अधिकारी उक्त 15 शिकायतों की क्रास चेकिंग करेंगे कि अधिकारियों के द्वारा लगाई गई आख्या सही है या फिर घर बैठे ही झूठी आख्या लगा दी गई है या फिर समस्या का निस्तारण कराया ही नहीं गया है. अगर ऐसा पाया जाता है तो झूठी आख्या लगाने वाले अधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

इस मामले में सिटी मजिस्ट्रेट गजेंद्र कुमार ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि आईजीआरएस के माध्यम से प्राप्त हुई शिकायतों का निस्तारण कराया गया. शिकायतों का निस्तारण सही से कराया गया है या फिर झूठी आख्या लगाई गई है. इसकी जांच के लिए जिलाधिकारी ने 15 शिकायतें ऐसी चुनी हैं, जिनकी क्रास चेकिंग के लिए चार अधिकारी नामित किए गए हैं और यह अधिकारी निस्तारित शिकायतों की क्रास चेकिंग करेंगे. अगर कोई गलत आख्या पाई गई तो फिर उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिसने शिकायत निस्तारित करने के नाम पर गलत आख्या लगा कर गुमराह करने की कोशिश की है.

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