गोरखपुर:पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र रामगढ़ ताल मौजूदा समय में विवादों में घिर गया है. इसे मरीन ड्राइव और जुहू चौपाटी भी कहा जाने लगा है, जो अपनी स्वच्छता और सुंदरता से गोरखपुर समेत दूसरे शहर के पर्यटकों को भी आकर्षित करने लगा था.
'512 एकड़ में फैला है रामगढ़ ताल, 182 करोड़ का जारी हो चुका है बजट'
512 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस ताल की सुंदरता को निखारने के लिए केंद्र सरकार ने 182 करोड़ से ज्यादा का बजट जारी किया था और कई तरह के कार्य भी हो रहे थे, लेकिन यह ताल मौजूदा समय में जलकुंभी से पटता जा रहा है. इसकी देखभाल की जिम्मेदारी उठाने वाले विभाग 'जल निगम' के अधिकारियों की नगर विधायक से तनातनी की वजह से इसकी सफाई लटक गई है. जिससे गोरखपुर महोत्सव में इस ताल क्षेत्र पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों पर बुरा असर पड़ सकता है.
'सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है रामगढ़ ताल'
रामगढ़ ताल गोरखपुर शहर के मध्य में स्थित है. यह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह और मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट का हिस्सा है. यहां पर जहां साउंड एंड लाइट शो पानी के साथ तालमेल करके शुरू किया गया है, वहीं वाटर स्पोर्ट्स का भी यह बड़ा केंद्र बन रहा है. इस क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग का भी खेल आयोजित होता रहता है. यही नहीं 11 जनवरी से आयोजित हो रहे है गोरखपुर महोत्सव में कई तरह की प्रतियोगिताएं यहां आयोजित होंगी.