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ऑनलाइन RET कराने वाला देश का पहला विवि बना DDU

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Published : Jan 6, 2021, 8:57 PM IST

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) ऑनलाइन शोध पात्रता परीक्षा आयोजित करने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय बन गया है. इस परीक्षा में 5 हजार विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं. 10 जनवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा में होम बेस्ड रिमोर्ट प्राॅक्टर्ड विधि का इस्तेमाल होगा.

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय

गोरखपुर:दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU) द्वारा आयोजित होने वाली शोध पात्रता परीक्षा (रेट 2020-21) में अभ्यर्थी अपने घर बैठे ही ऑनलाइन शामिल हो सकेंगे. आईआईटी और एनआईआईटी की तर्ज पर गोरखपुर विश्वविद्यालय देश का पहला विश्विद्यालय है जो अभ्यर्थियों को घर बैठे ही परीक्षा में सम्मिलित होने का अवसर देने जा रहा है. विश्वविद्यालय ने कोविड-19 के चलते ऑनलाइन मोड में परीक्षा कराने की तैयारी पूरी कर ली है, जिसमें करीब पांच हजार विद्यार्थी शामिल होंगे. 10 जनवरी को आयोजित होने वाली परीक्षा में होम बेस्ड रिमोर्ट प्राॅक्टर्ड विधि का इस्तेमाल होगा.

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ह्यूमन प्राॅक्टरिंग का होगा इस्तेमाल

कुलपति प्रो राजेश सिंह ने कहा कि परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ह्यूमन प्राॅक्टरिंग का इस्तेमाल होगा. रेट के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों को अपना स्कैन किया हुआ फोटो पहचानपत्र, रेट पंजीकरण संख्या के साथ विश्वविद्यालय की मेल आईडी dduguret20202021@gmail.com पर प्रेषित करना होगा. कुलपति महोदय ने कहा कि सभी अभ्यर्थियों को यह सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा शुरू होने से आधा घंटा पहले लाॅगिन करें. उन्हें अपने दस्तावेजों की हार्डकाॅपी (मूल) को अपने दस्तावेज की पहचान के लिए कैमरे पर दिखाना होगा. दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही अभ्यर्थी को रेट में शामिल होने का मौका मिलेगा. परीक्षा में शामिल होने के दौरान इस बात का खास ख्याल रखना होगा कि उनका चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई दे.

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालयके कुलपति प्रो राजेश सिंह.
डेढ़ घंटे के पेपर में पूछे जाएंगे 70 सवाल

प्रश्नपत्र डेढ़ घंटे का होगा. इसमें 70 प्रकार के बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे. 35 सवाल रिसर्च methodology से होंगे और 35 सवाल विषय से संबंधित पूछे जाएंगे. अभ्यर्थी लैपटाॅप, डेस्कटाॅप या मोबाइल फ़ोन से भी परीक्षा दे सकेंगे. इसके लिए अभ्यर्थियों को पोर्टल पर पंजीकरण करना होगा, जिसके बाद उन्हें यूजर आईडी और पासवर्ड की सूचना ईमेल या SMS के माध्यम से भेजी जाएगी. निर्धारित तिथि और समय पर अभ्यर्थी को अपने लैपटाॅप या डेस्कटाॅप या मोबाइल से लाॅग इन करना होगा.

मोबाइल से दे रहे हैं परीक्षा तो दो स्मार्टफोन रखें पास

यदि अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए मोबाइल फोन का उपयोग करते हैं तो उन्हें एक अतिरिक्त मोबाइल यानी दो स्मार्ट फोन अपने पास रखना होगा, जिससे वे कैमरे और माइक्रोफोन को ऑन करके गूगल मीट से जुड़ सकें तथा दूसरे मोबाइल से परीक्षा में शामिल हो सकें.

कैमरे से हुई छेड़छाड़ तो होंगे बाहर

कुलपति महोदय ने कहा कि परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी को बोलने या बात करने की अनुमति नहीं होगी. परीक्षा के दौरान अभ्यर्थी कैमरे के साथ कोई छेड़छाड़ करता है तो उनको परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा. परीक्षा के आखिर में अभ्यर्थी को अपने उत्तरजमा करने के लिए सब्मिट बटन पर क्लिक करना होगा. समय सीमा के बाद ऑनलाइन फार्म स्वीकार नहीं होंगे.

इन बातों का रखें विशेष ध्यान

  • परीक्षा खत्म होने तक अभ्यर्थी को लैपटाॅप/डेस्कटाॅप/मोबाइल के कैमरे के सामने बैठना होगा.
  • अभ्यर्थी इस तरीके से बैठें कि उनके चेहरे पर स्पष्ट रूप से देखने के लिए पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था हो.
  • अभ्यर्थी को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि जब वह परीक्षा दे रहा हो तो कोई अन्य व्यक्ति उनके आसपास मौजूद न रहे.
  • अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान बाॅयो ब्रेक नहीं ले सकते हैं.
  • परीक्षा के दौरान मोबाइल, लैपटाॅप और डेस्कटाॅप में किसी अन्य विंडो को न खोलें.
  • अभ्यर्थी यह भी सुनिश्चित कर लें कि इंटरनेट डेटा दो जीबी हो और इंटरनेट स्पीड 5एमबीपीएस तक हो.
  • अभ्यर्थी को प्रवेश के समय वही मूल फ़ोटो पहचान पत्र दिखाना होगा जिसे अभ्यर्थी ने स्कैन कॉपी के रूप में ई मेल पर भेजा है.

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