गोण्डा: प्रदेश भर में यूरिया की कालाबाजारी को लेकर बार-बार शिकायत आ रही थी. जिसके बाद प्रशासन अब सक्रिय हो गया है. इसी क्रम में शिकायत मिली कि बीरपुर भोज में यूरिया उर्वरक की बिक्री 400 से 450 रुपये प्रति बोरी की दर से जबरन जिंक के साथ की जा रही है. इस शिकायत बाद डीएम के आदेश पर उर्वरक पटल सहायक बृजेश कुमार सिंह एवं तकनीकी सहायक विकास कुमार सिंह ने एक साथ मौके पर छापा मारा. वहीं छापे के दौरान विक्रेता दुकान बन्द कर फरार हो गया.
मौके पर उपस्थित 70 से 80 कृषकों से पूछने पर पता चला कि यूरिया उर्वरक 400-450 रुपये में जिंक के साथ जबरजस्ती टैग करके बेचा जा रहा है. साथ ही उन लोगों को यूरिया न देकर पिकप गाड़ी से यूरिया उर्वरक एवं जिंक लदवाकर कहीं भेज दिया गया है. वहीं तत्काल एडीसीओ सदर से बात करने पर पता चला कि रूपईडीह सहकारी संघ की उर्वरक बीरपुरभोज में बिक रही थी. सचिव योगेश कुमार शुक्ल पुत्र शिवनरायन शुक्ल ग्राम पैडीबरा विकास खण्ड रूपईडीह को 250 बोरी यूरिया 26 अगस्त को रैक प्वांइट से दिया गया था, जो सुहेल पुत्र मुस्लिम, ग्राम गेंन्धरिया, जनपद बहराइच के द्वारा गोण्डा बहराइच के सीमा पर जनपद गोण्डा के बीरपुरभोज गांव में अवैध रूप से भण्डारित कर अधिक मूल्य पर कालाबाजारी की जा रही थी.