गाजियाबाद: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानूनों की वापसी और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग को लेकर करीब 70 दिनों से दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान नेता राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से बातचीत की.
डर के माहौल में नहीं होगी सरकार से कोई वार्ता: राकेश टिकैत
70 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. कई दौर की वार्ता हो चुकी, लेकिन बात नहीं बनी. अब भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि डर के माहौल में कोई वार्ता नहीं होगी.
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा आज भी हमने बहुत सर्वे किया. हर तरफ सड़क खोदी जा रही है. बैरिकेडिंग पर कंटीले तार लगाए जा रहे हैं. डर का माहौल बनाया जा रहा है. जब अनाज तिजोरी बंद हो जाएगा तो क्या करेंगे. अनाज को व्यापारी की तिजोरी में कैद करने की कोशिश है. हमने सभी रास्ते खोल रखे हैं लेकिन पुलिस ने पूरा एनएच-9 बन्द कर रखा है. एम्बुलेंस को भी नहीं जाने दिया जा रहा है. एक तरफ सरकार बात करने को कह रही है तो वहीं दूसरी तरफ डर का माहौल बनाया जा रहा है.
इस स्थिति में बात नहीं हो सकती है. अक्टूबर तक आंदोलन जारी रहेगा हम रणनीति तैयार कर रहे हैं. गांव वालों से बात कर रहे हैं. कुछ लोग गांव से आएंगे तो कुछ लोग वापस गांव जाएंगे. 6 फरवरी को शांतिपूर्ण तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम किया जाएगा. सरकार के साथ फिलहाल कोई वार्ता नहीं हो रही है. न ही सरकार की ओर से वार्ता के लिए कोई प्रस्ताव आया है.
बता दें कि लगातार गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिल रहा है. साथ ही विपक्षी राजनीतिक पार्टियों के नेता भी समर्थन देने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पहुंच रहे हैं.