नोएडा:यूपी एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने गोंडा जिले में मेडिकल के छात्र की अपहरण की सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया है. इस मामले में नोएडा एसटीएफ और गोंडा पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र से घटना में संलिप्त तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. साथ ही अपहृत छात्र को भी सकुशल बरामद कर लिया है.
छात्र के अपहरण मामले में तीन गिरफ्तार. अपहरण में प्रयोग की गई कार और मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किया है. इस मामले में आरोपियों द्वारा फिरौती की 80 लाख रुपये रकम मांगी गई थी. इस गैंग में शामिल एक महिला डॉक्टर अभी फरार है.
नोएडा एसटीएफ ने किया खुलासा
पश्चिमी यूपी एसटीएफ के एसपी कुलदीप नारायण सिंह और जनपद गोंडा के एसपी शैलेंद्र पांडे ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि जनपद बहराइच के रहने वाले गौरव हालधर नामक मेडिकल के छात्र का 18 जनवरी को गोंडा से अपहरण हुआ था. इस मामले में उनके पिता निखिल हालधर ने थाना पयागपुर में अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था. गौरव गोंडा के एससीपीएम कॉलेज से बीएएमएस की पढ़ाई कर रहा था. उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने छात्र के परिजनों से 80 लाख की फिरौती मांगी थी. जांच के दौरान यह बात संज्ञान में आई कि छात्र को अपहरण करने के बाद एनसीआर में रखा गया है.
एसपी ने बताया कि इस सूचना के आधार पर नोएडा एसटीएफ के एसपी राजकुमार मिश्रा और गोंडा पुलिस अपहृत छात्र को बरामद करने और अपहरण करने वाले लोगों की गिरफ्तारी में जुट गई. उन्होंने बताया कि इनके पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त एक कार, देसी तमंचा और कारतूस, छात्र को बेहोश करने में प्रयोग हुए नशे का इंजेक्शन आदि बरामद किया है. फिरौती लेने की डेडलाइन 22 जनवरी इन लोगों द्वारा रखी गई थी.
इस घटना का मास्टरमाइंड डॉक्टर अभिषेक सिंह है. वह जनपद गोंडा का रहने वाला है और अपहृत छात्र गौरव को वह जानता है. डॉक्टर अभिषेक दिल्ली के नजफगढ़ स्थित राठी अस्पताल में डॉक्टर के रूप में काम करता है. यहीं पर काम करने वाली डॉक्टर प्रीति मेहरा नामक एक महिला डॉक्टर के साथ मिलकर उसने इस घटना का ताना-बाना बुना.
शैलेश पांडे, एसपी, गोंडा