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हिंदी की सुगंध से महक उठा न्यायालय, सम्मानित हुए न्यायाधीश

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Published : Sep 14, 2019, 1:58 PM IST

यूपी के एटा में शुक्रवार को जिला जज रेणु अग्रवाल ने एक कार्यक्रम का आयोजन किया. यह कार्यक्रम हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए रखा गया था. कार्यक्रम में जिला जज ने हिन्दी में निर्णय देने वाले दो न्यायाधीशों को सम्मानित किया.

न्यायाधीश को पुरस्कार देती जिला जज

एटा: जिला न्यायालय में हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस अवसर पर जिला जज रेणु अग्रवाल ने मुकदमे में पूरा निर्णय हिंदी भाषा में देने वाले जिले के न्यायाधीशों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इसके अलावा उन कर्मचारियों को भी पुरस्कृत किया, जो हिंदी लेखन को लेकर अच्छा कार्य कर रहे हैं.

न्यायालय में हिन्दी दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन

हिन्दी भाषा को प्रेरित करने के लिए किया गया आयोजन

एटा न्यायालय में लगभग सभी काम हिन्दी में ही होते हैं. शुक्रवार को हिन्दी भाषा को पोषित करने के लिए जिला जज रेणु अग्रवाल ने जिले के 9 न्यायाधीशों के विभिन्न मामलों में दिए गए निर्णय को देखा, उसके बाद उन्हें पुरस्कृत करने का फैसला किया. बताया जा रहा है कि सभी न्यायाधीशों के फैसले हिंदी में थे. जिन दो न्यायाधीशों को प्रथम और द्वितीय पुरस्कार के लिए चुना गया, उनकी भाषा बहुत ही सरल थी, जिसे आम जनमानस आसानी से समझ सकता है. इसी के तहत जिला जज रेणु अग्रवाल ने हिन्दी दिवस की पूर्व संध्या पर अपर जनपद न्यायाधीश और विशेष न्यायाधीश एससी/एसटी एक्ट 'खलीकुज्ज्मा' को प्रथम पुरस्कार और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट 'अनिल कुमार' को द्वितीय पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर न्यायालय में कार्यरत कर्मचारियों की हिन्दी निबंध प्रतियोगिता करा कर उन्हे भी पुरस्कृत किया गया.

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यह पुरस्कार प्रेरणा की तरह काम करेगा, इससे हिन्दी भाषा को पोषण मिलेगा. पुरस्कार मिलने से भावना पैदा होती है. इससे अच्छे शब्दों के चयन के साथ और अच्छी भाषा में निर्णय लिखे जाएंगे, जिससे सबको समझ में आएगा कि हमारा निर्णय क्या है.
-रेणु अग्रवाल, जिला जज

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