बुलंदशहर: कोरोना महामारी को मात देने के लिए देशभर में लॉकडाउन है. लॉकडाउन के मद्देनजर रमजान के माह में जुमा अलविदा की नमाज घरों पर ही पढ़ी जाएगी. जिला प्रशासन ने मुस्लिम धर्मगुरुओं और मौलवियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए. साथ ही घरों में ही जुमे की नमाज अदा करने की अपील की. जिला प्रशासन का कहना है कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार किया जाएगा.
बुलंदशहर: मुस्लिम धर्मगुरुओं से जिला प्रशासन की अपील, जुमा अलविदा पर घरों से हो नमाज
बुलंदशहर जिले में रमजान के माह में जुमा अलविदा की नमाज घरों पर पढ़ी जाएगी. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनपद रेड जोन में है. अतः किसी भी धार्मिक स्थल पर बाहर से लोगों को एकत्रित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
घरों से की जाएगी जुमा अलविदा की नमाज
जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने जिला पंचायत सभागार में ईद उल फितर के संबंध में शान्ति समिति की बैठक की. इस बैठक में मुस्लिम समुदाय के मौलाना, इमाम एवं संभ्रान्त नागरिकों के साथ जिलाधिकारी ने कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की. सभी से अपील की गई कि जुमा अलविदा एवं ईद की नमाज को अपने-अपने घरों से ही अता किया जाए.
मस्जिदों एवं ईदगाहों में नमाज के लिए मांगी गई अनुमति
बैठक में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मस्जिदों एवं ईदगाहों में कम से कम संख्या में लोगों को नमाज अदा करने की अनुमति देने का अनुरोध भी किया. जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनपद रेड जोन में है. अतः किसी भी धार्मिक स्थल पर बाहर से लोगों को एकत्रित होने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इस दौरान बैठक में सीएमओ डाॅ. भवतोष शंखवार, एडीएम प्रशासन रवीन्द्र कुमार, एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव सहित मुस्लिम समुदाय के धर्मगुरु और संभ्रान्त नागरिक उपस्थित रहे.