बस्ती:जिले के कुदरहा ब्लॉक के इजरगढ़ गांव के प्रधान ने ऐसा कमाल कर दिखाया कि प्रशासन भी दांतों तले उंगली दबा ले. यहां प्रधान ने मृतक रामनरेश के नाम प्रधानमंत्री आवास का पैसा खारिज किया और मृतक के भाई के खाते में पैसा भेजकर उसे वसूल भी लिया.
बस्ती: प्रधानमंत्री अवास योजना में घपला करने वाले दो भ्रष्ट सचिव निलंबित - secretaries suspended for corruption
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में गरीबों के आवास के लिए मिले रुपयों की अधिकारियों में बंदरबाट का मामला सामने आया है. यहां सचिव और प्रधान ने मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आए रुपयों को आपस में बांट लिया. मामले की जानकारी होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी सरनीत ब्रोका ने दो सचिव को निलंबित कर दिया है.
दरअसल, अगरदी नाम के एक व्यक्ति के खाते में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक लाख बीस हजार रूपये भेजे गए और अगरदी पात्र व्यक्ति भी है, जिसके पास अपना पक्का मकान तक नहीं है. वह कच्ची दीवार पर झोपड़ी डालकर जीवन गुजर-बसर करने को मजबूर है. वहीं गांव के प्रधान कमल को इस पर जरा भी दया नहीं आई. उसने पहले तो अगरदी को आवास देने का लालच दिया, फिर उससे सारे डॉक्यूमेंट लिए. इसके बाद सरकार से मिलने वाले धन को मृतक के भाई के खाते में डलवा दिया, फिर धमका कर उससे भी वह रुपये वसूल लिए.
इस पूरे मामले की जानकारी जब गांव के एक अन्य नागरिक वीपेंद्र सिंह को हुई तो उन्होंने प्रशासन से इसकी शिकायत की. इसके बाद मामले की जांच करने मौके पर परियोजना निदेशक डीपी सिंह खुद पहुंचे और मुआयना किया. इसमें पता चला कि प्रधान और सचिव की मिलीभगत से आवास का घोटाला कर दिया गया है. इस मामले में जांच रिपोर्ट मिलने के बाद सीडीओ ने दो सचिवों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए ब्लॉक के बीडीओ संजय नायक को भी शोकॉज नोटिस थमा दिया है. इसके अलावा पूरे गांव के आवास योजना की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.