बाराबंकी:"जो रब है वही राम" का संदेश देने वाले महान सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के पिता सैयद कुर्बान अली शाह की याद में आयोजित किया जाने वाला देवां मेला इस बार कोरोना के चलते नहीं लग सकेगा. शनिवार को मेले के आयोजन को लेकर हुई बैठक में ये फैसला लिया गया. बैठक में देवां मेला एवं प्रदर्शनी समिति के अध्यक्ष जिलाधिकारी और सचिव अपर जिलाधिकारी के साथ कमेटी के सदस्य शामिल हुए. जिसमें प्रशासन ने ये फैसला किया कि कोविड-19 को लेकर शासन द्वारा जारी गाइडलाइंस के अनुसार मेला कराया जाना सम्भव नहीं है.
पिता की याद में शुरू किया मेले का आयोजन
बाराबंकी मुख्यालय से तकरीबन 7 किमी दूर स्थित देवां कस्बे में मशहूर सूफी संत सैयद हाजी वारिस अली शाह की मजार है. “जो रब है वही राम” का संदेश देने वाले महान सूफी संत के पिता कुर्बान अली शाह थे. पिता कुर्बान अली शाह के विसाल के बाद वारिस अली शाह ने उनकी याद में मेले का आयोजन शुरू किया था. तब से हर वर्ष कार्तिक महीने में अक्टूबर के आखिर या नवम्बर में इस मेले का आयोजन होता आ रहा है. इस मेले में देश के तमाम प्रदेशों के जायरीन आते हैं. कोलकाता, मुम्बई, भोपाल, मेरठ और कानपुर के जायरीनों की यहां खास भीड़ जुटती है. शुरुआत में कमेटी पूरे मेले की देखरेख करती थी. लेकिन धीरे-धीरे मेले का जिम्मा प्रशासन ने ले लिया.
सरकारी योजनाओं के प्रति किया जाता है जागरूक