बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया में आजमगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक ने पुलिस अधिकारियों को सख्त दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि थाना स्तर पर आने वाले फरियादियों की समस्याओं को सुना जाए. ऐसा नहीं होने पर थानाध्यक्ष और इंस्पेक्टर की व्यक्तिगत जवाबदेही बनती है.
शिकायतों पर हो त्वरित कार्रवाई
बलिया में अपने दौरे के मद्देनजर उन्होंने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया और फेफना थाना का निरीक्षण कर कई दिशा निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि थाने पर जो भी प्रकरण आते हैं, थानाध्यक्ष और इंस्पेक्टर की जिम्मेदारी बनती है कि उसका त्वरित निस्तारण हो.
लापरवाही नहीं होगी बर्दाश्त
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि थाने में जो भी प्रकरण आते हैं, उनमें एफआईआर दर्ज नहीं की जाती. इस तरह की लापरवाही बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर ऐसा कोई भी मामला सामने आता है तो इसके लिए थानाध्यक्ष और इंस्पेक्टर की जवाबदेही तय की जाएगी.
डीआईजी ने जिम्मेदारों को किया निर्देशित
डीआईजी सुभाष चंद दुबे ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रेंज के सभी एसपी को दिशा निर्देश दिए गए हैं. साथ ही थानाध्यक्षों को शिकायतों के निस्तारण पर विशेष जोर देने को कहा गया है.
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डीआईजी ने बलिया के दोकटी थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मौर्य द्वारा अपहरण की एक मुकदमे में हिलाहवाली करने वाले थानाध्यक्ष को सस्पेंड करने के निर्देश दिए. उनकी जगह पर नए थानाध्यक्ष के रूप में अमित सिंह की तैनाती की गई है.