आजमगढ़:जनपद से फर्जी दस्तावेज तैयार कर अफगानिस्तान के लोगों को खाड़ी देशों में भेजने के खेल का भंडाफोड़ हुआ है. वाराणसी से गिरफ्तार अफगानिस्तान के आबिद और जनपद के साहबे आलम से मिली जानकारी पर पुलिस ने कोलकाता से एक और अफगानी किरामतउल्ला को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार अफगानी ने आजमगढ़ के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र से अपना पासपोर्ट भी बनवा रखा था और वीजा के लिए आवेदन भी कर चुका था.
फर्जी पासपोर्ट मामले में दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मी सस्पेंड, आईपीएस को सौंपी जांच
यूपी के आजमगढ़ में पुलिस की मिलीभगत से अफगानी युवकों द्वारा पासपोर्ट बनवाने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने दो अफगानी लोगों को गिरफ्तार भी किया है. वहीं इस मामले में एक दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित भी कर दिया गया है और मामले की जांच आईपीएस रैंक के अधिकारी को सौंप दी गई है.
खुलासे के बाद खुफिया और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं हैं. इसके साथ ही लापरवाही बरतने के आरोप में दारोगा सहित तीन पुलिसकर्मीयों को निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही मामले की जांच चल रही है. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि आजमगढ़ से कई और विदेशी नागरिकों के भी फर्जी पासपोर्ट बने हैं.
दरअसल बीते शुक्रवार को वाराणसी स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय पर डाक्यूमेंट वेरिफिकेशन के दौरान अफगानी युवक आबिद को गिरफ्तार किया गया. वह आजमगढ़ जिले के फूलपुर कोतवाली क्षेत्र के चमराडिह गांव के रहने वाले एक मजदूर के नाम से फर्जी कागजात के सहारे पासपोर्ट बनवा रहा था. पुलिस ने उसको हिरासत मे लेकर पूछताछ की. जिसके बाद इस काम में मदद करने वाले चमराडिह गांव निवासी साहेब आलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया.
जब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने उससे पूछताछ की तो उसने एक और अफगानी युवक किरामतउल्ला का नाम लिया. जो कोलकाता में इसी तरह से पासपोर्ट बनवाने का काम करता था. जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने कोलकता प्रांत से किरामतउल्ला को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने गिरफ्तार लोगों के पास से अफगानी और भारतीय पासपोर्ट, आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, नोटरी शपथ पत्र सहित अन्य जाली भारतीय कागजात बरामद किए हैं.