आजमगढ़: जनपद के उकरौड़ा के मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले भीम सिंह अपने क्षेत्र की निराश्रित गायों और जानवरों के लिए मसीहा बने हुए हैं. दूध न देने वाली जिन गायों को लोग अपने घरों से बाहर भगा देते हैं, ऐसी गायों को वह अपने घर लाकर उनको भूसा और चारा खिला रहे हैं, ताकि इन गायों की रक्षा हो सके. गांव वाले भी इसमें भीम सिंह का सहयोग दे रहे हैं.
गांव वालों के सहयोग से उठाया यह बीड़ा
गांव के पास एक छोटी सी दुकान चलाने वाले भीम सिंह के मन में इन गायों को संरक्षित करने का विचार उस समय आया, जब उन्होंने देखा कि गांव के लोग दूध न देने वाली गायों को खुले में छोड़ देते थे और इन्हें मारते भी थे. जिसके बाद भीम सिंह ने नवंबर 2019 से इन गायों को सुरक्षित करने का बीड़ा उठाया. हालांकि भीम सिंह के लिए यह राह आसान नहीं थी, लेकिन उनके इस कार्य से प्रसन्न होकर गांव के लोगों ने भी उनका सहयोग करना शुरू किया. गांव वालों के सहयोग से भीम सिंह ने लगभग 12 से अधिक गाय अपने घर के बाहर बांधी हुई हैं और इन गायों के चारे-पानी की व्यवस्था भी वह स्वयं ही करते हैं.