अमेठी :केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद के विरुद्ध सोशल मीडिया पर आशा बहू द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी के मामले में हुई प्रशासनिक कार्रवाई के बाद प्रकरण ने अब राजनीतिक रूप लेना शुरू कर दिया है. डीएम अमेठी अरुण कुमार के आदेश पर सीएमओ ने आशा बहू को पद से मुक्त कर दिया था.
अब इस पर कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने डीएम को पत्र लिखा है़. उन्होंने कहा है कि आशा बहू के साथ नौकरशाहों का अन्याय बर्दाशत नहीं किया जाएगा. समिति को सदन में इसका जवाब देना होगा.
आशा बहू को पद से मुक्त करने के विरोध उतरे कांग्रेस एमएलसी, जानें क्या कही बात यह भी पढ़ें :दलित बच्ची की पिटाई मामले में विपक्ष ने योगी सरकार को घेरा, बोले- यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त
दीपक सिंह ने कहा कि जिस तरह एक आशा बहू को 2 सालों तक परेशान किया और अब उसकी सेवा समाप्त कर दी गई, यह दर्शाता है कि सरकारी तंत्र के लोग राजनीतिक दल के तरह काम कर रहे हैं. इसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा. यह नियम विरुद्ध है. डीएम इस फैसले पर पुनः विचार करें. बिना किसी की शिकायत पर किसी को यूं परेशान करना अनुचित है.
आशा बहू को पद से मुक्त करने के विरोध उतरे कांग्रेस एमएलसी, जानें क्या कही बात बता दें कि इस मामले में यूपी कांग्रेस के ट्वीटर हैंडल पर स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई का पत्र लगाकर लिखा गया कि लोकतंत्र में जनता को अपना मत व्यक्त करने का अधिकार है. स्मृति ईरानी बिना अपराध एक आशा कार्यकर्ता की रोजी छीनकर जनता का विश्वास नहीं जीत सकतीं.
आशा जनकलली अमेठी के शाहगढ़ सीएचसी पर तैनात थी. आरोप है कि जनकलली ने केंद्रीय मंत्री व अमेठी सांसद स्मृति ईरानी के खिलाफ अभद्र शब्दों का प्रयोग किया था. इसका वीडियो 19 दिसंबर को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. मामला केंद्रीय मंत्री से जुड़ा था तो जिला प्रशासन ने तत्काल इसका संज्ञान लिया. जांच कर आशा बहू को पद से मुक्त कर दिया.