अलीगढ़: सोशल मीडिया पर एएमयू कुलपति का फर्जी अकाउंट बनाकर प्रोफेसरों से पैसे ऐंठने के मामले में शनिवार को मुकदमा दर्ज किया गया है. शातिर आरोपी ने एएमयू कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर का वाट्सएप पर स्टेटस फोटो लगाकर प्रोफेसरों को मैसेज भेजकर पैसे ऐंठने का प्रयास किया था. हालांकि, इसकी शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी. इस मामले में थाना सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है.
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कार्यालय में तैनात सिक्योरिटी इंचार्ज चाहत अली की तरफ से पुलिस को शिकायती पत्र दिया गया है. इसमें कहा गया है कि अज्ञात व्यक्ति ने अपने मोबाइल नंबर से एएमयू कुलपति के फोटो का स्टेटस और नाम से वाट्सएप पर कुछ प्रोफेसरों को फर्जी मैसेज भेजे. जब ट्रूकॉलर पर मोबाइल नंबर की जांच की गई तो कल्पेश बघेल का नाम आ रहा था. कल्पेश की ओर से एएमयू प्रोफेसरों को धोखा देकर पैसे ऐंठने का प्रयास किया गया. इससे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की गरिमा और कुलपति की छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है.
AMU कुलपति के नाम से फर्जी आईडी बनाकर प्रोफसरों से पैसे ऐंठने के मामले में मुकदमा दर्ज
एक शख्स ने अपने मोबाइल नंबर से एएमयू कुलपति का स्टेटस और नाम से वाट्सएप पर कुछ प्रोफेसरों को फर्जी मैसेज भेजे. आरोपी ने एएमयू प्रोफेसरों को धोखा देकर उनसे पैसे ऐंठने का प्रयास किया.
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हालांकि, थाना सिविल लाइन इंस्पेक्टर प्रवेश राणा ने बताया कि शिकायती पत्र के आधार पर मोबाइल नंबर 6353 624 714 चलाने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं, साइबर क्राइम की टीम पूरे मामले की जांच कर रही है. इससे पहले भी कुलपति के नाम से फर्जी ईमेल के जरिए प्रोफेसरों को मैसेज भेजा गया. इस मामले में भी मुकदमा दर्ज किया गया था. हालांकि, अभी तक कुलपति के नाम से फर्जी काम करने वालों की पहचान या पकड़ नहीं हो पाई है.
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