अलीगढ़ : जिले में डेंगू बुखार बेकाबू हो रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग न तो मरने वालों का आंकड़ा बता रहा है और न ही डेंगू बुखार से पीड़ितों की संख्या बता रहा है. स्वास्थ्य विभाग में भी स्टाफ की कमी से बीमारी को मैनेजमेंट करने में परेशानी आ रही है. डेंगू से स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्नीशियन की मौत हो गई, तो वही बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी का पुत्र भी नहीं बचाया जा सका.
जनपद के सांसद सतीश गौतम भी डेंगू की चपेट में हैं. सरकारी एवं निजी अस्पतालों में बुखार के मरीजों की लाइन लगी है. जांच में बड़ी संख्या में लोग डेंगू से पीड़ित पाए गए हैं. हालांकि स्वास्थ्य विभाग डेंगू के रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर काम करने का दावा कर रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है. तो शहरी क्षेत्र में भी लगातार डेंगू मरीजों की पुष्टि हो रही.
अलीगढ़ में बेकाबू हो रहा डेंगू का डंक, CMS ने कहा- अस्पताल में स्टाफ की है कमी - aligarh health department
अलीगढ़ जनपद में डेंगू का कहर बढ़ता ही जा रहा है. डेंगू और बुखार के मरीजों में बढ़ोतरी आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार के मरीज प्रतिदिन अस्पताल में आ रहे हैं और निजी अस्पताल में भी जा रहे हैं. जिला अस्पताल में इंदिरा नगर के रहने वाले श्याम ने बताया कि मेरे रिश्तेदार को डेंगू बुखार हो गया है, लेकिन जिला अस्पताल में बेड नहीं मिला है. अस्पताल में बेडों की संख्या फुल है. पुराने मरीज डिस्चार्ज होने पर ही नए मरीज को बेड मिल पा रहा है. डेंगू बुखार के चलते लोगों के प्लेटलेट्स डाउन हो रहे हैं और अस्पताल में भर्ती होने के लिए मारामारी मची है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से बिना इलाज किए ही मरीजों को रेफर कर दिया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें-यूपी में डेंगू का हमला जारी, 24 घंटे में 190 मरीज