अलीगढ़ः जिले में रोडवेज में कार्यरत पति का ट्रांसफर होने से कैंसर पीड़ित महिला की तबीयत बिगड़ गई. पति का ट्रांसफर रुकवाने के लिए महिला स्ट्रेचर पर रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय के बाहर धरना देने पहुंची. महिला की हालत गंभीर बनी हुई है. वह आफिस के बाहर तंबू के नीचे धरना दे रहीं हैं.
अलीगढ़ रोडवेज डिपो में गोपी सिंह लिपिक के पद पर कार्यरत हैं. 23 नवंबर को अलीगढ़ से हरदोई जिले में उनका ट्रांसफर कर दिया गया. गोपी सिंह ने बताया कि पत्नी कैंसर से पीड़ित हैं और बेड पर हैं. उन्होंने बताया कि रोडवेज में कुछ लोग अनियमितता कर रहे थे. राष्ट्र हित में उनकी शिकायतें की थी. उनका आरोप है कि रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक ने अनियमितता करने वालों को संरक्षण दे रखा है. मुझे प्रताड़ित किया जा रहा है.
पति का ट्रांसफर होने पर कैंसर पीड़ित पत्नी स्ट्रेचर पर पहुंची धरना देने. ये भी पढ़ेंः निषाद आरक्षण को लेकर भाजपा पशोपेश में, निषादों की राजनीति को लेकर शुक्रवार होगा अहम दिन
गोपी सिंह का कहना है कि ट्रांसफर को लेकर पत्नी ने अफसरों से प्रार्थना की थी. उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने कहा कि जिस दिन मुख्यालय से आर्डर आया उसी दिन अलीगढ़ कार्यालय से रिलीव कर दिया गया. घर पर नोटिस चस्पा कर दी गई. कुछ अफसर घर पर आदेश रिसीव कराने आए थे. जब आदेश रिसीव कर लिया तो घर के बाहर आखिर नोटिस क्यों चस्पा की गई. अब लिपिक गोपी सिंह की पत्नी ट्रांसफर को निरस्त कराने के लिए रोडवेज के क्षेत्रीय कार्यालय पर धरने पर बैठ गई. पति और परिवार उनके साथ हैं. वहीं, इस बारे में रोडवेज के आरएम परवेज खान का कहना है कि उनका ट्रांसफर अब लखनऊ से ही रुक सकता है.
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