आगरा : यूपी बोर्ड के 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम आने के बाद छात्र-छात्राओं में खुशी का माहौल है. जिले की स्मृति ने 88.8 प्रतिशत अंक हासिल करके टॉप किया है. वहीं बाह के होलीपुरा के जयस्व ने हाईस्कूल में 92.67% अंक हासिल कर जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है.
इसके साथ ही कई ऐसी प्रतिभाएं भी सामने आई हैं, जिन्होंने संसाधनों के अभाव में अपनी मेहनत और लगन से 80% अंक प्राप्त किए, जिसमें आगरा के रामकृष्ण कन्या इंटर कॉलेज की दो छात्राएं हैं, जिनकी मां उसी स्कूल में आया की नौकरी करती हैं. मगर बेटियों ने 80% अंक पाकर उनका नाम रोशन किया है. इससे परिवार में खुशी की लहर है. बेटियां बड़ी होकर डॉक्टर और इंजीनियर बनना चाहती हैं.
आगरा के ब्रज पब्लिक इंटर कॉलेज ट्रांस यमुना कॉलोनी की स्मृति सिंह में 12वीं में 88.8% अंक पाकर परिवार का नाम रोशन किया है. वहीं बाह के होलीपुरा स्थित दामोदर इंटर कॉलेज के दसवीं के छात्र जयस्व कुमार ने 92.67 % अंक के साथ जिले में पहला स्थान पाया है. जयस्व के पिता शिक्षक हैं. जयस्व कुमार का कहना है कि वह आगे विज्ञान वर्ग से पढ़ाई करना चाहते हैं. इसके बाद सिविल सर्विस के लिए तैयारी करेंगे, जिससे देश और समाज की सेवा कर सकें.
मीडिया से अपनी सफलता को साझा करतीं छात्राएं वहीं रामकृष्ण कन्या इंटर कॉलेज की छात्रा खुशबू दसवीं में 80% अंक पाए हैं. खुशबू के पिता एक कंपनी में नौकरी करते हैं और मां इसी विद्यालय में आया की नौकरी करती हैं. बेटी खुशबू के 80% अंक पाने से खुशी में मां के आंसू निकल आए. खुशबू का कहना है कि वह आगे चल के शिक्षक बनेंगी या सरकारी नौकरी करेंगी. अपने मां-बाप के लिए वह सब कुछ करेंगी, जो एक बेटी को करना चाहिए, लेकिन उनकी तैयारी के हिसाब से नंबर कम आए हैं. अब आगे इंटर की परीक्षा में और इससे भी ज्यादा अंक लाएंगी.
वहीं 12वीं में 80% अंक पाने वाली मोहिनी महावर ने बताया कि उसके पिता की मृत्यु हो चुकी है. मां राम कृष्ण इंटर कॉलेज में आया की नौकरी करती हैं और यहीं पर वह पढ़ाई कर रही है. अपनी लगन, मेहनत और मम्मी के समर्पण से उसके 80% अंक आए हैं. मोहिनी की मां का कहना है कि उसने पति की मौत के बाद ठान लिया था कि बेटी और बेटों की पढ़ाई में कोई कमी नहीं आने देगी. इसलिए खुद आया की नौकरी की, लेकिन बेटियों को पढ़ा रही हूं, जहां मोहिनी ने 80% अंक पाए हैं. वहीं पिछले साल मेरे बेटे ने 75% अंक से 12वीं पास किया था. मेरे सभी बच्चे होनहार हैं और इसी तरह से आगे बढ़े बस मेरी यही इच्छा है.