लखनऊ : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के विधानसभा में मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि आज सपा में जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर धरना करने की बात कही गई थी, शांतिपूर्ण तरीके से धरना करने के लिए सूचना विधानसभा अध्यक्ष को भी दी थी, लेकिन हमें धरना देने से रोका गया. आज प्रदेश के हालात भयावह हैं, झूठे मुकदमे हो रहे हैं. यूपी में कानून व्यवस्था ध्वस्त है. बेरोजगारी व महंगाई हावी है. इन मुद्दों को लेकर हम आज धरना देने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने हमें विधानसभा जाने नहीं दिया.
उन्होंने कहा कि विधानसभा हम विधायकों के लिए न्याय का मंदिर है. जनता को न्याय मिलता है. हम लोग जनता को न्याय दिलाने के लिए संवाद करते हैं. कभी ऐसी परिस्थिति नहीं आई जब निर्वाचित विधायकों को जाने नहीं दिया गया. कई विधायकों के घरों पर छावनी बना दी गई, आसपास के लोग डरे हुए थे. अघोषित इमरजेंसी लगाकर प्रताड़ित करने का काम किया गया. पुलिस के जवानों ने बाउंड्री फांदकर बंधक बनाने का काम किया. उन्होंने कहा कि हम जनता की समस्याओं के लिए लड़ते रहेंगे. चुने हुए विधायकों को बारिश में गिरफ्तार किया गया. यह लड़ाई एक दिन की नहीं है. हम वर्षों से यह लड़ाई लड़ते रहे हैं. 19 सितम्बर से शुरू हो रहे मानसून सत्र में कई मुद्दों को लेकर पैदल मार्च करते हुए सदन में पहुंचेंगे. सदन में अखिलेश यादव के नेतृत्व में जनता की समस्याओं को उठाने का काम करेंगे.
मुख्य सचेतक मनोज पांडेय ने कहा कि विभागीय मंत्री अपने विभाग में भ्रष्टाचार होने की बात कहें तो यह सरकार के लिए इससे बड़ा आईना नहीं हो सकता है. लूट जारी है. मंत्री ने खुद भ्रष्टाचार होने की बात कही है. यह बड़ी शर्मनाक स्थिति है सरकार के लिए. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग का हाल बेहाल है. यह बात खुद डिप्टी सीएम ने कही है. आज विपक्ष को नजरबंद किया जा रहा है. उसे घसीटकर गिरफ्तार किया जा रहा है. हमें इसकी कोई परवाह नहीं है. यह समाजवादी नेताओं का संघर्ष जारी रहेगा. सिर्फ हमारी आवाज को दबाने की साजिश की जा रही है.