गाजीपुर : सदर कोतवाली क्षेत्र के जैतपुरा गांव के रहने वाले महेश कुमार कुशवाहा बुधवार को अनंतनाग में हुए आतंकी हमले ने शहीद हो गए. पूर्व केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा शहीद के परिवार से शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे. वहीं गुरुवार की देर शाम शहीद का शव वाराणसी एयरपोर्ट पहुंचा. वाराणसी एयरपोर्ट पर राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी और अन्य अधिकारी ने शहीद जवान को श्रद्धांजलि दी.
फोन पर बहन से बात करते हुए कही थी ये बात
शहीद की बहन ने बताया कि उसकी भाई से फोन पर बात हुई थी. बात करते समय भाई ने कहा था, 'दीदी हम आज रात के ट्रेन पकड़ लेब, बाबू के आज संभार ला लोग कल हम आ जाइब'.
पिता अस्पताल में भर्ती
बता दें कि शहीद महेश के पिता गोरख कुशवाहा 2 दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं. बताया जा रहा है कि शहीद के पिता को दिल का दौरा पड़ा है. अपने बीमार पिता से मिलने के लिए और उनका इलाज करवाने के लिए महेश छुट्टी लेकर घर आने वाले थे.
2010 में किया था ज्वाइन
सदर कोतवाली के जैतपुरा निवासी शहीद महेश ने 2010 में सीआरपीएफ ज्वॉइन किया था. वर्तमान में वह सीआरपीएफ 116वीं बटालियन में कांस्टेबल के पद पर अनंतनाग में तैनात थे.
2012 में हुआ था विवाह
शहीद महेश अपने दो भाई और तीन बहनों में सबसे छोटे हैं. महेश की शादी 2012 में हुई थी. उनके एक पुत्र और एक पुत्री है.
परिवार में मचा कोहराम
महेश के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. वह बार-बार बेसुध हो जा रही है. वहीं मासूम बच्चों को इस बात का अंदाजा ही नहीं है कि अब उनके पिता कभी लौटकर नहीं आने वाले हैं. परिवार के साथ-साथ पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है.
हमले में पांच जवान हुए थे शहीद
अमरनाथ यात्रा शुरू होने से पहले बुधवार शाम जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में बड़ा आतंकी हमला हुआ. दिनदहाड़े हुए हमले में सीआरपीएफ के पांच जवान शहीद हो गए, जिसमें गाजीपुर के लाल महेश कुमार कुशवाहा भी शामिल हैं.