महोबा:जिले में परिवार न्यायालय को कचहरी परिसर से कलक्ट्रेट परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है. इसके विरोध में गुरुवार को अधिवक्ताओं ने कार्य बहिष्कार कर सामूहिक हड़ताल कर दी. वहीं विरोध प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने पुस्तकालय भवन में परिवार न्यायालय को कचहरी परिसर में वापस लाने जाने की मांग की. साथ ही ऐसा न किए जाने पर अधिवक्ताओं ने लगातार कार्य बहिष्कार कर आमरण अनशन करने की बात कही.
महोबा में अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन, जानें वजह
उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में परिवार न्यायालय को कचहरी परिसर से कलक्ट्रेट परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया. इसी के विरोध में अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया और अनशन की चेतावनी भी दी.
अधिवक्ताओं ने अनुसार कचहरी से कलेक्ट्रेट की दूरी करीब 5 किलोमीटर से ज्यादा की है. साथ ही कचेहरी से कलेक्ट्रेट तक कोई वाहन नहीं चलता है, जिस कारण से परिवार न्यायालय में आने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए बार एसोसिएशन ने परिवार न्यायालय को कचहरी परिसर में ही संचालित किए जाने की मांग की है.
अधिवक्ताओं की हड़ताल के कारण न्यायालय के सभी कामकाज बंद हैं, जिसके चलते न्यायालय में काम के लिए दूरदराज से आए लोगों को लौटना पड़ रहा है. बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री भारत विशाल शुक्ला ने कहा कि जिला न्यायालय परिसर में जो वर्षों से परिवार न्यायालय संचालित था, उसे पिछले महीने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया.
बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री ने कहा कि जिला जनपद न्यायालय से कचहरी की दूरी करीब 7 किलोमीटर है, जहां कोई साधन नहीं चलता है. इसके साथ ही दूरी होने के कारण पीड़ित महिलाओं को आने-जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी तो हम लोग कार्य बहिष्कार के साथ ही आमरण अनशन के लिए बाध्य होंगे.