उदयपुर. बालश्रम मुक्त अभियान के तहत सोमवार को कार्रवाई करते हुए हाथीपोल और भूपालपुरा थाना क्षेत्र से 14 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया है (administration freed 14 child laborers). इस मामले में 10 नियोक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
अभियान की नोडल अधिकारी और बाल अधिकारिता विभाग की सहायक निदेशक मीना शर्मा ने बताया कि रेस्क्यू सप्ताह के अंतिम दिवस पर हाथीपोल एवं भूपालपुरा थाना क्षेत्र में कुल 14 बाल श्रमिकों को मुक्त करवाया गया. उन्होंने बताया कि उदयपुर को बालश्रम से मुक्त करने के लिए अभियान चलाया गया. इसके तहत एक सप्ताह में 91 बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराया गया है.
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अभियान के तहत 91 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया: राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने कहा कि अभियान के तहत रेस्क्यू सप्ताह का यह समापन हो सकता है. लेकिन उदयपुर को बालश्रम मुक्त जिला बानने की यह अच्छी शुरूआत है. ये अभियान 13 जून से शुरू किया गया था. अभियान में कुल 91 बच्चों को रेस्क्यू किया गया. जिसमें 81 बच्चे बालश्रम एवं 10 बच्चे भिक्षावृत्ति के कार्यों में संलग्न पाए गए. इस अभियान में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन, कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन आदि की भूमिका रही.